तिरछी-नज़र @ रामअवतार तिवारी
आईपीएस के खिलाफ शिकायतें
प्रदेश के एक आईपीएस अफसर के खिलाफ अलग तरह की शिकायतें आई है। बताते हैं कि अफसर ने अपने बेटे को क्रिकेट टीम में शामिल कराने के लिए एशोसिएशन के पदाधिकारियों की नाक में दम कर दिया था। कुछ दावेदार खिलाड़ियों ने इसकी शिकायत बीसीसीआई में भी कर दी थी। यही नहीं, बात दाऊजी तक पहुंची। कामकाज को लेकर शिकायतों के बाद फिलहाल तो प्रभार बदला गया है। आगे क्या होगा, देखने वाली बात होगी।
अनुराग पांडे का करिश्मा
अनुराग पांडे पर सरकार की नजरें भले ही इनायत नहीं हुई लेकिन उन्होंने वो कर दिखाया जो उनसे पहले किसी ने नहीं किया। अनुराग लोकल फंड आडिट के डायरेक्टर हैं। यह विभाग अपेक्षाकृत कम कम महत्वपूर्ण माना जाता रहा है और यहां आमतौर सजा के तौर पर पोस्टिंग होती रही है। टी राधाकृष्णन, आर सी सिन्हा और अजयपाल सिंह जैसे अफसर यहाँ रहे हैं। यह विभाग सीएम के अधीन ही है इसलिए संवारने का काम उन्होंने अच्छे ढंग से किया। आडिट प्रतिवेदन अब विधानसभा में प्रस्तुत होने लगा है। पहली बार एक साथ 64 अफसरों की नियुक्ति हुई। अब अनुराग का काम बोलने लगा है।
पुरानी बातों को भूलना बेहतर
भाजपा के प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रवाद, अनुशासन और पार्टी के प्रति निष्ठा का लेक्चर देकर एयरपोर्ट पहुंची प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी उस समय असहज हो गई जब एक कांग्रेस नेता का उनसे सामना हुआ। कांग्रेस नेता ने उनसे पूछ लिया कि मैडम आपने पहचाना? पुरंदेश्वरी कुछ कह पाती, इसके पहले ही कांग्रेस नेता बोल पड़ा कि मैडम कांग्रेस में थीं और केन्द्रीय मंत्री थीं तब मैं आपसे कार्तिक चिदम्बरम ( पी चिदंबरम के बेटे) के साथ आपसे मिलने आता था। इस परिचय से हडबड़ाई पुरंदेश्वरी ने धीरे से कहा आई रिम्मेबर इट। पुरंदेश्वरी ने कांग्रेस नेता कार्तिक के बारे में पूछा और फिर मुंह फेरकर अपने पार्टी नेताओं के साथ बतियाने लग गई। कई बार पुरानी बातों को भूलना ही बेहतर होता है।
हिमशिखर का लंबी छलांग
आईएएस अफसरों के फेरबदल में इस बार सबसे ज्यादा तवज्जो हिमशिखर गुप्ता को मिला। विशेष सचिव हेमशिखर गुप्ता को सहकारिता और उद्योग जैसे विभाग का प्रभार दे दिया गया। यह पद पहले सीनियर आईएएस अफसरों को पास रहा है। सहकारिता नेता और कर्मचारी उन्हें लगातार हटाने की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें हटाना तो दूर उनका कद बढ़ा है ।इन तबादलों की भनक मंत्रियों तक को नहीं लगी।
सीएसडीसी में आईएएस की वापसी
फेरबदल में आई ए एस अधिकारी सारांश मित्तर की सी एस आई डी सी में पोस्टिंग हुई । करीब डेढ़ दशक बाद आईएफएस की जगह सीएसआईडीसी के एमडी के पद पर आईएएस की पोस्टिंग हुई है। रायपुर नगर निगम से बालोद, सरगुजा और फिर बिलासपुर कलेक्टर बने सारांश मित्तर को महत्वपूर्ण पद मिलनेजाने का अनुमान था लेकिन सीएसआईडीसी के एमडी आईएफएस अरुण प्रसाद को हटा पायेंगे इसकी कल्पना किसी को नहीं थी।उनके पहले आईएफएस राजेश गोवर्धन , देवेन्द्र सिंह, सुनील मिश्रा एक के बाद एक यहां पोस्टेड रहे।
सुब्रत की वापसी
ईमानदार और मेहनती माने जाने वाली अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले को पंचायत विभाग से हटाकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अलावा प्रशासन अकादमी का डी. जी. बनाया गया है। बताते हैं कि भाजपा शासन में उन्हें महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया गया था। लेकिन कांग्रेस सरकार के आने के बाद कई अहम विभाग दिए गए । टीएस सिंहदेव के विभाग से हटने के बाद न ए मंत्री रविन्द्र चौबे तेजी से काम के लिए अफसरों का बदलाव भी चाहते थे इसी कारण उनकी जगह सुब्रत साहू को लाया गया है जो कि पहले भी पंचायत में काम कर चुके हैं।
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