कई राज्यों से सीमाएं सटी, लोग कोरोना से हुए खौफजदा
कोरबा 25 जुलाई। देश के कई राज्यों से सीमाएं सटी होने के कारण छत्तीसगढ़ के लोगों का बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, आंधप्रदेश, तेलंगाना एवं महाराष्ट्र से रोजाना हजारों लोग आवागमन करते हैं। चूंकि महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में तथा तमिलनाडु और केरला में कोरोना के कारण कुछ दिनों के अंदर बिगड़े हालात से छत्तीसगढ़ के राजधानी, न्यायधानी तथा ऊर्जाधानी कोरबा में वहां के लोगों के रोजाना हजारों की संख्या में आवागमन से कोरोना के डर से यहां के लोग भी खौफजदा देखे जा रहे हैं।
चिकित्सा विभाग स्थित सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों पुन:कोरोना के पिक पकडऩे के हालात देखे जा रहे हैं। जिस तरह से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तथा न्यायधान बिलासपुर एवं संस्कारधानी राजनांदगांव में उपरोक्त राज्यों के सीमाओं से सटे विभिन्न शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का रोजाना हजारों की संख्या में आना-जाना लगा रहता है। चूंकि कोरबा और भिलाई जैसे औद्योगिक महानगरों को मिनी इंडिया के रूप में भी पुकारा और जाना जाता है। इसलिए यहां भी उपरोक्त प्रदेशों से रोजाना लोगों का आवागमन लगे रहता है। जिसके चलते यहां भी लोगों के बाहर से आकर बिना कोविड परीक्षण कराए घुलमिल जाने से कोरोना के प्रभावितों की संख्या बढऩे की संभावना बनी हुई है। बताया जाता है कि मात्र जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फस्र्ट इयर के 15 छात्रों में कोविड पॉजिटिव के संक्रमण होने का परीक्षण किये जाने पर प्रभावित पाया गया। ये सभी संंक्रमित छात्र हाल ही में बाहर से लौटकर वहां आये थे। इसी तरह रायपुर और बिलासपुर में भी कोविड परीक्षण के दौरान विगत एक सप्ताह में दर्जनों लोगों के कोरोना पॉजिटिव के लक्षण पाए जाने की जानकारी आई है। हालांकि चिकितसा विभाग प्रभावित पीडि़तों का नाम इसलिए उजागर नहीं कर रहा है उसे कोविड के दौरान कुछ शर्तों का पालन करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि इधर 4-5 दिन से कोरोना के संक्रमण की दर 4 से 5 प्रतिशत अधिक की बनी हुई है और कोरोना अपने पिक के ट्रेंड पर बरकरार है। यही वजह है कि जिले के नवपदस्थ कलेक्टर संजीव झा ने अभी से ही ऐहतियात बरतने के लिए कोविड व्यवस्थाओं का शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में जायजा लेना एवं व्यवस्था संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश देना शुरू कर दिया है।