भूविस्थापितों ने कुसमुंडा सीजीएम कार्यालय के मुख्य द्वार पर जड़ा ताला
कोरबा 19 जुलाई। रोजगार दिए जाने की मांग को लेकर भूविस्थापित किसान रोजगार संघर्ष एकता संघ के बैनर तले आज कुसमुंडा सीजीएम कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर प्रदर्शन किया और अपनी मांगें एसईसीएल प्रबंधन के समक्ष रखी।
जानकारी के अनुसार भूविस्थापितों द्वारा तालाबंदी व महा हड़ताल की चेतावनी एसईसीएल के अधिकारियों व स्थानीय प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी और कहा था कि 19 जुलाई तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे इस दिन सुबह सीजीएम कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर महा हड़ताल शुरू कर देंगे। भूविस्थापितों द्वारा दी गई चेतावनी का अधिकारियों पर जब कोई असर नहीं हुआ और उनकी मांगें अनसुनी कर दी गई तो आज सुबह एसईसीएल खदान के अधिग्रहण से प्रभावित गांवों के भूविस्थापित महिलाओं व बच्चों के साथ सीजीएम कार्यालय के पास एकत्रित हुए और मुख्य द्वार पर पहुंचकर उसमें ताला जडऩे के साथ ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। मुख्य द्वार पर ताला जड़े जाने के कारण एसईसीएल के अधिकारी अपने कार्यालय तक नहीं पहुंच सके और कामकाज प्रभावित हुआ। मुख्य द्वार पर भूविस्थापितों द्वारा ताला जड़े जाने की सूचना मिलने पर एसडीएम कटघोरा, तहसीलदार व एसईसीएल के उच्चाधिकारियों को हुई तो वे मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे भूविस्थापितों को मनाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक भूविस्थापितों का प्रदर्शन जारी था और एसईसीएल के अधिकारी चर्चा कर उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे थे। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष मुरली महंत ने भी पहुंचकर हड़ताल का समर्थन किया और प्रदर्शनकारियों के साथ कुछ देर तक उपस्थित रहकर अपना विरोध जताते हुए अधिकारियों से भूविस्थापितों को रोजगार दिए जाने की मांग की।