सीईओ के पदस्थापना को लेकर सरपंच व सचिव संघ आमने-सामने
कोरबा 15 जुलाई। जनपद पंचायत कटघोरा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में एक बार फिर से एचएन खोटेल की पदस्थापना की गई है। उन्होंने आदेश के तहत ज्वाइन कर लिया है। ज्वाइनिंग के साथ ही उनकी पदस्थापना को लेकर विवाद शुरू हो गया है। सरपंच संघ ने अपने लेटर पैड पर मांग की है कि प्रशासन कटघोरा में इसी अधिकारी को यथावत रखें। तर्क दिया गया है कि इनके होने से प्रशासनिक कार्यों में कसावट आई हैं। सरकारी योजनाओं का कामकाज बेहतर हुआ है। जो लोग समय पर अपना कामकाज नहीं करते हैं उनको दिक्कतें हो रही हैं।
विकासखंड में रोजगार मूलक और अन्य कार्यों की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है। जरूरत इस बात की है कि जनपद पंचायत कटघोरा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर खोटेल को यथावत रखा जाना चाहिए। दूसरी तरफ विकासखंड कटघोरा के सचिव संघ ने खोटेल की पदस्थापना का विरोध करते हुए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। इसी के जवाब में अब सरपंच संघ ने इसके विरोध में मोर्चा खोल दिया है। सरपंच संघ कटघोरा जनपद पंचायत के द्वारा जिला कलेक्टर संजीव झा को ज्ञापन सौपते हुए जनपद पंचायत कटघोरा सीईओ एच एन खोटेल को यथावत रखने ज्ञापन सौपा और ज्ञापन के जरिये अवगत कराया कि सचिव संघ के हड़ताल पर रहने से ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है। जिससे ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पंचायत सचिव के हड़ताल पर जाने से वे मुख्यालय में उपस्थित नही रहते हैं जिससे शासन के हितग्राही मुलक कार्य राशन कार्ड, पेंशन, मनरेगा, कोविड टीकाकरण, जीजीबी, गोधन न्याय योजना आदि में विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। सरपंच, पंच, ग्राम वासियों को विभिन्न योजनाओं के संबंध में प्राप्त राशि की जानकारों समय पर नही मिल पाती है। सरपंच संघ ने बताया की दो वर्ष कोरोना काल से पंचायतों का बुरी तरह प्रभावित रहा उसके बाद सचिव संघ द्वारा सीईओ एच एन खोटेल को हटाने सचिव संघ हड़ताल पर रहे इससे भी ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित रहा। अब पुन: जनपद पंचायत कटघोरा में जिला प्रशासन द्वारा एच एन खोटेल को सीईओ पर पदस्थ किया है। फिर से सचिव संघ के हड़ताल पर जाने से पंचायतों का का प्रभावित होगा। कोरबा कलेक्टर संजीव झा ने सरपंच संघ द्वारा दिये गए ज्ञापन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सचिव संघ के हड़ताल पर जाने की मंशा पूरी तरह गलत है और ग्राम पंचायतों के हितग्राहियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए हड़ताल पर न जाने की सलाह दी है और ग्राम पंचायत के विकास पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दौरा तथा 2 वर्ष के बचे शेष कार्यकाल में ग्राम पंचायतों के हितग्राहियों का ध्यान रखते हुए हड़ताल पर नही जाने के लिए निर्देशित किया।