कोयला कामगार श्रम के सुर, लय, ताल के प्रति कर्तव्यनिष्ठ है : सीएमडी मिश्रा
वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा 20-21 का समापन
कोरबा 20 जून। साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल सीएमडी डा. प्रेमसागर मिश्रा ने कहा कि पानी से नहाते हैं, वे लिबास बदलते हैं, जो पसीने से नहाते हैं, वे इतिहास बदलते हैं। कोयला कामगार श्रम के सुर, लय, ताल के प्रति कर्तव्य निष्ठ है। इनकी वजह से कंपनी के इतिहास बनने में सक्षम रही है और आगे भी इतिहास बनाएगी। हमारा हर एक कर्मचारी भूमिगत, कार्यालय ओपनकास्ट समेत सभी कार्य करने घर से निकलता है और जब वापस घर पहुंचे तो सुरक्षित पहुंचे। यही हमारी सच्ची शपथ व प्रतिबद्धता होगी। मरो नहीं, मारो नहीं, हो सके तो मृत्यु को ही समाप्त करे। यही प्रतिज्ञा लेते हैं।
एसईसीएल का वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़ा 2021 का समापन सह पुरस्कार वितरण समारोह राताखार स्थित एक रिसोर्ट में आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रुप में खान सुरक्षा महानिदेशालय धनबाद प्रभात कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसईसीएल की सीएमडी डा प्रेमसागर मिश्रा ने की। विशिष्ट अतिथि के रुप में उप महानिदेशक खान सुरक्षा वेस्टर्न जोन नागपुर मलय टिकादार, उप महानिदेशक खान सुरक्षा साउथ इस्टर्न जोन रांची उज्जवलता उपस्थित रहे। सीएमडी डा मिश्रा ने कहा कि कंपनी को सर्वश्रेष्ठ बनाना है संवादहीनता को दूर कर वार्ता कर समस्याओं का समाधान करना होगा। कंपनी ने सदैव इतिहास बनाया है। यह पहली कंपनी थी जिसने 50, 100 और 150 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर इतिहास रचा है, तो अब क्यों ने 200 मिलियन टन उत्पादन कर पुन: नया इतिहास बनाएं। उन्होंने कहा कि एक लक्ष्य लेकर काम करें, तो निश्चत ही 200 का आंकड़ा हासिल कर लिया जाएगा। यही आवाज, सपना व सोच एसईसीएल की है। उन्होंने कहा कि सभी खदानों का चार माह के भीतर दौरा कर ग्रामीण, कर्मचारी, समेत सभी लोगों से मुलाकात किया हूं। उनकी बात सुना हूं। विश्वास दिलाता हूं कि आगे भी सभी लोगों की बातसुनी जाएगी और सबका सपना पूरा किया जाएगा। यदि कोई जिम्मेदारी देंगे, हम सहज ही पूरी तरह निभाएंगे। डा मिश्रा ने कहा कि हर एक का सपना है हम अपने मेहनत, कर्तव्य निष्ठा, परिश्रम व सार्थकता को सिद्ध करते हुए कंपनी के लिए कार्य कर आगे बढाए। शून्य दुर्घटना को लेकर हम शपथ लेंगे और कार्य करेंगे। एसईसीएल की टीम पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि सिपाही कभी गलत होता ही नहीं, बोलने में चूक कर जाते हैं, हमने जो सोचा है, उसे हर व्यक्ति ने समर्पित भाव से काम किया है। शायद हमें कुछ बड़े सपने देखने की जरूरत है। तभी हम उच्च शिखर पर पहुंच सकते हैं। महापुरुष जिस उंचाई पर पहुंचे और उसे बरकरार रखे, इसे हर व्यक्ति को पालन करना है। सर्वश्रेष्ठ रहे कंपनी, पहले पायदान पर रहे। यह तभी संभव है जब आपसी सहयोग, विश्वास, सूझबूझ, तालमेल, समन्वय बना कर करेंगे, तो कोई रोकेगा नही। हमारे पास संसाधन, साधन सबकुछ हमारे पास है। निश्चित एक बार फिर हम सब मिल कर इतिहास बनाएंगे। जहां नई समाज, संस्कृति होगी और एसईसीएल नई बुलंदी के साथ रहेगा। 200 के पार का नारा लिया है तो उसे आत्मसात करने पिछली गलती को भूल कर आगे कार्य करना होगाए तभी नए लक्ष्य के हासिल कर सकेंगे। कार्यक्रम में विभिन्न श्रमिक संघ प्रतिनिधि नाथूलाल पांडेय, गोपालनारायण सिंह, हरिद्वार सिंह, आनंद मिश्रा समेत अन्य ने संबोधित किया। इस मौके पर सुरक्षा मापदंड पूरा करने पर विभिन्न क्षेत्र व्यक्तिगत, टीम भावना से किए गए कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया।
खान सुरक्षा महानिदेशालय धनबाद प्रभात कुमार ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि सुरक्षा आपके अंदर आना है, बाहर से दिखना है और सभी लोगों को दिखना है, तब सुरक्षा का मापदंड पूरा होता है। पिछले 50 साल में काफी कुछ हासिल किया है। सुरक्षा के मापदंड में सुधार किया है, पर पिछले कुछ साल से स्थिर हो गए है और सुधार कार्य नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए सुधार कार्य को पूरा कराने कानून लाया गया। वर्तमान में सुरक्षा औसत 0.16 है और हम यहीं रूके हुए हैं। इससे बाहर निकलने के लिए सभी लोगों का सहयोग चाहिए। इसमें अधिकारी समेत श्रमिक संघ प्रतिनिधियों व कर्मियों की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि सेफ्टी मैनेजमेंट प्लान को लागू कर बताए कि क्या यह सही नही है। इसका क्या असर हुआ, इसकी जानकारी सामने आए, तो उसे समीक्षा कर बदला जाएगा। हर प्रकार की घटना में बारीकी से नजर रखी जा रही है। इसे रोकने के लिए सभी लोग मिलजुल कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि जोश में होश न खोएं, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से सामना करना पड़े। इसलिए जोश के साथ पूरे होश में काम करें। सुरक्षा के क्षेत्र में अभी और आगे जाना है। वल्र्ड में अच्छी स्थिति है, फिर भी एक हजार में 0.1 दुर्घटना क्यों हो। इसे भी दूर करना होगा।