तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के मेधावी छात्र-छात्राओं को नहीं मिली छात्रवृत्ति
कोरबा 20 जून। तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के मेधावी छात्र.छात्राओं को शैक्षणिक सत्र 2021.22 का छात्रवृत्ति दिया चुका है लेकिन वर्ष 2020-21 का भुगतान अब भी बकाया है। भुगतान के अभाव में 614 मेधावियों को वन विभाग का चक्कर काटना पड़ रहा है।
छात्रवृत्ति योजना में इक्के-दुक्के छात्र ही स्थान बना पाते थे। इससे भुगतान करने में आसानी होती थी। कोरोना काल में ऑनलाइन परीक्षाएं हुई, छात्रों को घर में बैठकर उत्तर लिखने की छूट मिली। जिसमें मेधावियों की संख्या 614 पहुंच गई। अब प्रति छात्र 25 हजार के हिसाब से अकेले कोरबा जिले में एक करोड़ से ज्यादा की छात्रवृत्ति छात्रों को प्रदान की जानी है। छात्रवृत्ति का बजट बढ़ा तो शासन ने इनकी राशि ही रोक दी है। अब पात्रता पूरी करने वाले मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति का इंतजार हैण् तो अधिकारी शासन स्तर से ही छात्रवृत्ति की राशि लंबित होने की बात कह रहे हैं। वन विभाग की ओर से तेंदूपत्ता संग्रहण के कार्य में लगे परिवार के बच्चों को प्रतिभाशाली छात्र वृत्ति योजना के तहत नकद राशि दी जाती है। जिसके तहत दसवीं के छात्रों को 15000 तो 12वीं के छात्रों को 25000 रुपये की राशि एकमुश्त दी जाती है। यह राशि परीक्षा में 75 फीसद या इससे अधिक अंक लाने वाले छात्रों को मिलती है। कोरोना काल में दसवीं के छात्रों के लिए इस योजना को निरस्त कर दिया गया। वजह यह है कि इस वर्ष छात्र-छात्राओं को जनरल प्रमोशन दिया गया। जबकि 12वीं के छात्रों लिए यह योजना अब भी लागू है, लेकिन राशि शासन स्तर पर अटकी हुई है। जिले के कोरबा वन मंडल में कुल 38 तेंदूपत्ता संग्रहण समितियां हैं, जबकि कटघोरा में यह संख्या 48 है। तेंदूपत्ता संग्रहण में कुल मिलाकर एक लाख 38 हजार लोग कार्य कर रहे हैं। अब संग्राहकों के परिवार से आने वाले 614 छात्र प्रतिभावान छात्रवृत्ति योजना के तहत अकेले कोरबा वन मंडल में पात्रता रखते हैं, जिन्हें प्रति छात्र 25000 रुपये की राशि का इंतजार है। खास बात यह है हाल ही में वर्ष 2021-22 में तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के जिन छात्र-छात्राओं पात्रता हासिल की उन्हे राशि भुगतान कर दिया लेकिन शिक्षा सत्र 2020-21 के मेधावियों को चक्कर काटने के लिए राशि वंचित रखा गया है।