सीएसईबी प्रबंधन की मनमानी, गुस्साए लोगों ने राखड़ डम्प कराया बंद
कोरबा 10 जून। सीएसईबी प्रबंधन द्वारा नियमों को ताक में रखकर चेकपोस्ट एकता नगर के समीप राख डंप किया जा रहा है। जिसे बस्तीवासियों की मुसीबत बढ़ गई है। हल्का सा हवा का झोका आने पर राख पूरे इलाके में फैल जाता है जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं छोटे बच्चे बीमार हो रहे है। प्रबंधन की इस मनमानी से नाराज बस्तीवासी सड़क पर उतर आए है। गुस्साए लोगों ने राखड़ डंपिंग कार्य को बंद करा दिया है। उन्होनें चेतावनी दी है मौके पर नाली निर्माण और राख के उपर मिटटी डंप नहीं किया गया तो काम को ठप कर दिया जाएगा।
कोरबा के बासिंदों के लिए उद्योगो से निकलने वाला राख जी का जंजाल बन गया है। ऐसा कोई इलाका नहीं जहां के रहवासी राखवर्षा की मार न झेल रहे हों। चेकपोस्ट एकतानगर बस्ती इन दिनों इसी तरह राख में डूबा रहता है। दरअसल सीएसईबी के राख डेम का राख एकतानगर के समीप खाड़ी पडे जमीन पर डंप किया जा रहा है। हर रोज अव्यवस्थिति ढंग से दर्जनों ट्रक यहा राख डंप किया जाता है। राख के उपर मिटटी नही पाटने के कारण हवा का झोका आते ही राख उड़कर आस पास की बस्ती में फैल जाता है। जिससे बस्तीवासियों की मुश्किले बढ़ गई।
नियम के तहत राख डंप करने के बाद उसके उपर मिट्टी पाटना है ताकि राख की वजह से क्षेत्र मे प्रदूषण न फैले लेकिन सीएसईबी के ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक में रखकर मनमानी की जा रही है। ठेकेदार की लापरवाही की वजह से बस्ती में राख उड़ रहा है। जिससे खाने पीने से लेकर लोगों के रोजमर्रा का काम प्रभावित हो गया है। इतना ही नहीं राख के संपर्क में आने से छोटे बच्चों में त्वचा रोग की शिकायत सामने आ रही है। इस बात से नाराज लोगों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्थानीय पार्षद की मौजूदगी में लोगों ने डंपिग कार्य बंद करा दिया है। सिर्फ इसी बस्ती के लोग राख की वजह से परेशान नहीं बल्कि राखड़ बाध के आस पास के रहवासियों का जीवन खतरे में पड़ गया है। बिजली उत्पादन की होड़ में उद्योगों द्वारा लोगो की जान के खिड़वाल किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अब देखने होगा एकतानगर बस्ती के लोगों के इस तेवर को अफसरों पर कोई असर पड़ता है या नहीं।