डॉ. प्रीति साहू ने बढाया जिले का मान, बनी जिले की पहली गोल्ड मेडलिस्ट एमडी पैथोलाजीस्ट
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने गोल्ड मेडल पहनाकर किया सम्मानित, दी शुभकामनाएं
कोरबा 10 जून। कोरबा शहर निवासी डॉ. प्रीति साहू ने एमडी पैथोलाजी अध्ययन के दौरान गोल्ड मेडल हासिल कर जिले का मान बढाया है। उन्होने एमडी पैथोलाजी की परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल कर गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। डॉ. प्रीति साहू ने एमडी पैथोलाजी कोर्स में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली जिले की पहली डॉ. होने का गौरव प्राप्त किया है। महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी द्वारा डॉ. साहू को विगत दिनों महाराष्ट्र के वर्धा स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने इस बडी उपलब्धि के लिए डॉ. साहू को गोल्ड मेडल पहनाकर आज सम्मानित किया। कलेक्टर ने डॉ. साहू को अच्छी सेवाएं प्रदान करने के लिए बधाई दी। साथ ही पैथोलाजिस्ट के रूप में बीमारियों के पहचान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए शुभकामनाएं भी दी।
उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रीति साहू कोरबा के प्रसिद्व अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेन्द्र साहू और मेडिकल कॉलेज कोरबा में महिला चिकित्सा अधिकारी के रूप में सेवाएं दे रही डॉ. ज्योति साहू की पुत्री है। डॉ. साहू के पति डॉ. अनुपम आनंद कलकत्ता के मेडिकल कॉलेज में एमसीएच यूरोलॉजी में अध्ययनरत है। उनके छोटे भाई भी मेडिकल कॉलेज रायपुर में अंतिम वर्ष में अध्ययनरत है। डॉ. साहू ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरूजन व अपने परिवार को दिया है। उन्होने पैथोलाजी के क्षेत्र में सेवाएं देकर बीमारियों का प्रथम स्तर पर ही पहचान कर बीमारी को फैलने से रोककर उसका निदान करने को अपना उद्देश्य बताया। डॉ. साहू की स्कूली शिक्षा डीपीएस कोरबा से हुई हैं। उन्होने एमबीबीएस और एमडी की पढाई वर्धा स्थित दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से संबद्व जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से पूरी की है। इनका शोधपत्र एन्डोस्कोपिक बायोप्सी के द्वारा आहार नली में विभिन्न प्रकार के जख्मों व बीमारियों के अध्ययन के बारे में अंतराष्ट्रीय जनरल में भी प्रकाशित हो चुका है। इसके अतिरिक्त डॉ. साहू के छह शोधपत्र भी प्रकाशित हो चुके है।