नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बंद कराया ओबी का काम
कोरबा 21 मई। एसईसीएल गेवरा खदान में ओवरबर्डन का काम कर रही ठेका कंपनी हरेराम गोदरा में भूविस्थापितों एवं स्थानीय बेरोजगार युवकों व मजदूरों को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता मुरली महंत के नेतृत्व में ग्रामीणों ने खदान पहुंचकर ओबी का काम बंद करा दिया। जिससे एसईसीएल प्रबंधन तथा ठेका कंपनी में हड़कंप मच गया। बाद में सूचना दिए जाने पर एसईसीएल व ठेका कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से चर्चा की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आगामी 20 जून तक ठेका कंपनी भूविस्थापितों एवं मजदूरों को काम पर रखने उचित कदम उठाएगी। एसईसीएल प्रबंधन व ठेका कंपनी द्वारा दिए गए आश्वासन पर ग्रामीण माने और अपना आंदोलन समाप्त किया।
चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता मुरली महंत ने साफ शब्दों में कहा कि ठेका कंपनी को अपने काम के लिए भूविस्थापितों व स्थानीय लोगों को रखना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के आश्वासन पर वे अपनी हड़ताल वापस ले रहे हैं। लेकिन यदि उनकी मांगें 20 जून तक पूरी नहीं हुई तो पुनः आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी ठेका कंपनी के अधिकारियों की होगी। इससे पहले 20 मई को सुबह भूविस्थापित व क्षेत्र के ग्रामीण छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष मुरली महंत के नेतृत्व में एकत्रित हुए और गोदरा कंपनी के कार्यालय व एसईसीएल प्रबंधन के समक्ष प्रदर्शन करने के बाद खदान के भीतर जाकर ओबी का काम बंद करवा दिया। ग्रामीणों के विरोध के चलते कामकाज पूरी तरह ठप रहा। ग्रामीणों के बड़ी संख्या में खदान पहुंचने और ओबी का काम बंद कराए जाने की सूचना मिलने पर एसईसीएल के सुरक्षा जवान भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया। आंदोलन में मुरली महंत के अलावा कुसमुंडा ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मी विश्वकर्मा, फागुन सिंह कंवर, मनोज पाटले, सुनील महंत, अनिल महंत, अनिता महंत, उषा महंत, कविता पासवान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित थे।