आपातकाल के बाद मिनी आपातकाल लेकर आई है कांग्रेस: धरमलाल कौशिक
*नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने प्रदेश सरकार के काला कानून का किया विरोध*
*नेता प्रतिपक्ष कौशिक सहित प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी*
बिलासपुर 16 मई। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लाए काला कानून का विरोध करते हुए कहा कि सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे तो किए थे लेकिन जब उन वादों को पूरा करने का समय आया तो वह उसे पूरा नही कर रही है। जिसके कारण प्रदेशभर के विभिन्न कर्मचारी संगठन, किसान, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मनरेगा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, विद्युतकर्ती अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे जो प्रदेश की कांग्रेस सरकार का विरोध कर रहे थे जिसको दबाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक काला कानून (भूपेश एक्ट) लाकर लोकतंत्र की आवाज को दबाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर कोई को अपने बातों को रखने का अधिकार है लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार सन् 1977 के तर्ज पर प्रदेश में मिनी आपातकाल लागू कर दिए है जिसका भारतीय जनता पार्टी विरोध करती है। प्रदेश सरकार का यह तानाशाही रवैया कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सत्ता पाते ही प्रदेश को कर्ज के बोझ से दबा दिया है। प्रदेश भर में विकास कार्य ठप पड़े हुए है। न तो कहीं विकास का कार्य हो रहा है और ना ही जनता की समस्याए कम हो रही है। प्रदेश में अपराधी तत्व सक्रिय हो गए है। उन्होंने कहा कि हर तरफ भ्रष्टाचार का नए-नए आयाम गढ़े जा रहे है। विरोध मेंआयोजित रैली बिल्हा के ग्राम परसदा के काली मंदिर से होकर कई मार्गों से गुजरते हुए नेहरू चौक पहुंचा जहां सभा के रूप में परिवर्तित हुआ और पार्टी पदाधिकारियों ने संबोधित किया। बिलासपुर में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित सभी पदाधिकारियों ने इस काला कानून के विरोध में अपनी गिरफ्तारी दी।
इस दौरान पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व सासंद लखनलाल साहू, विधायक रजनीश सिंह, महिला मोर्चा की राष्ट्रय कार्यकारिणी सदस्य पूजा विधानी, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय सहित मोर्चा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।