धूल व कोल डस्ट से त्रस्त ग्रामीणों ने रोका कोयला परिवहन
कोरबा 4 मई। धूल, कोल डस्ट, जर्जर सड़क व नाली सफाई समेत अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने कोयला परिवहन में लगी गाड़ियों को रोक दिया। लगातार चले आंदोलन के बाद एसईसीएल प्रबंधन ने वार्ता कर आश्वस्त किया कि जर्जर मार्ग का चार दिन के भीतर डामरीकरण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। नाली सफाई के लिए तत्काल आदेश जारी किया गया। साथ पानी छिड़काव कर धूल व कोयला डस्ट रोकने टैंकर लगाया। तदुपरांत ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया।
साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की दीपका खदान से प्रभावित ग्राम सिरकीखुर्द के ग्रामीणों को भारी वाहनों की आवाजाही से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। धूल, कोयला डस्ट समेत अन्य समस्याओं के निराकरण की मांग प्रबंधन के समक्ष ग्रामीणों ने की थी, पर समस्या का निराकरण नहीं होने पर ग्रामीणों ने उर्जाधानी संगठन समेत कुछ अन्य संगठन के साथ कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों को आवागमन बाधित कर कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि धूल, कोल डस्ट, प्रदूषण रोकने, पानी, नाली सफाई, स्ट्रीट लाइट, स्प्रिंकलर से पानी छिड़काव करने पर कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है। ग्रामीणों के आंदोलन की वजह से कोयला परिवहन का कार्य ठप हो गया और मार्ग में वाहनों की कतार लग गई। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि जिन गांवों को एसईसीएल दीपका प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहण किया गया हैए उन गांव में पूर्ण व्यवस्था करने की जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन की है, पर प्रबंधन द्वारा लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। समस्या का समाधान नहीं करने पर आंदोलन लगातार जारी रहेगी। कोयला परिवहन रूकने से एसईसीएल दीपका प्रबंधन की नींद टूटी और दोपहर महाप्रबंधक शशांक देवांगन, कार्मिक प्रबंधक जेके दुबे समेत सिविल अधिकारी स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ वार्ता की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि चार दिन के भीतर दो पहिया व चार पहिया के आवागमन मार्ग का डामरीकरण कराने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही भारी वाहनों के चलने वाले मार्ग में नियमित पानी छिड़काव कराया जाएगा। जेसीबी से नाली सफाई का कार्य तत्काल आरंभ करा दिया गया। उन्होने कहा कि अन्य मांग को जल्द भी पूरा कर दिया जाएगा। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और आंदोलन स्थगित कर वापस लौटे।