सत्यापन के नाम पर नाप-तौल अधिकारी कर रहे हैं भयादोहन, नियम विरुद्ध कार्यवाही और झूठे मामले में फंसाने की धमकी से व्यापारी परेशान

चेम्बर ऑफ कॉमर्स सहित ब्यापारी संगठनों ने कलेक्टर से की शिकायत,

कोरबा 25 अप्रैल। जिले में पदस्थ नापतौल निरीक्षक पाल सिंह डहरिया के द्वारा सत्यापन के नाम पर व्यापारियों का भयादोहन किया जा रहा है। नियम विरुद्ध कार्यवाही करने के साथ ही झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने के रवैए से व्यापारी वर्ग परेशान हैं।

जनाकारी के अनुसार राईस मिल महासंघ के द्वारा इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत भी की गई है कि इनके द्वारा आए दिन लोगों को परेशान किया जाता है। इसी कड़ी में शिकायत कर कलेक्टर को बताया गया है कि 25 अप्रैल को नापतौल निरीक्षक पाल सिंह डहरिया ने जिला राईस मिल महासंघ के सदस्य के संस्थान नारायण पार्वती धर्मकांटा के सत्यापन के लिए पहुंचे और यहां पर भयादोहन का प्रयास किया। जानकारी के अनुसार धर्मकांटा का वार्षिक सत्यापन हेतु शुल्क 3 हजार रुपए भुगतान ऑनलाईन किया जाकर चालान की रसीद आवेदन के साथ संलग्न की गई थी। इसके बाद श्री डहरिया 12 अप्रैल को धर्मकांटा पहुंचे और विलंब शुल्क एवं शुल्क वृद्धि का 7 हजार रुपए का अतिरिक्त शुल्क लगना बताया जिसका भुगतान 12 अप्रैल को नगद प्रदान कर चालान कटाकर रसीद लिया गया और श्री डहरिया ने अब सत्यापन हो जाने के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद 25 अप्रैल को निरीक्षक श्री डहरिया उक्त धर्मकांटा पुन: पहुंचे और संस्थान के कर्मचारियों से जबरदस्ती जब्तीनामा बनाया गया। इस मामले को निपटाने के लिए सुपुर्दगीनामा पत्र बनाकर 2 लाख रुपए की मांग की गई जिसे देने में असमर्थ बताने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी गई। श्री डहरिया संस्थान के सदस्यों से रौब पूर्वक अनर्गल व्यवहार कर जांच के नाम से धर्मकांटा के मानीटर को जबरदस्ती ले जाने लगे और झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हुए वाहन के दरवाजे से अपने माथे पर चोट लगा लिया। नापतौल निरीक्षक के इस रवैए को अनुचित करार देते हुए राईस मिल महासंघ और जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स सहित ब्यापारी संगठनों ने उचित कार्यवाही और न्याय की अपेक्षा कलेक्टर से जाहिर की है।

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