फर्जी नौकरी मामले में थाना प्रभारी पर राजीनामा कराने व रकम लेने का लगा आरोप

महिला की शिकायत पर एसपी ने दिये जांच के निर्देश

कोरबा 18 फरवरी। एसईसीएल में फर्जी नौकरी मामले में आपसी समझौता(राजीनामा)कराने के नाम पर जिले के एक थाना प्रभारी पर 3 लाख रूपए लेने तथा उसमें से 1 लाख 60 हजार रूपए शिकायतकर्ता को किश्तों में देकर शेष रकम दबा लेने का आरोप लगा है। महिला द्वारा इसकी शिकायत किये जाने पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच का निर्देश सीएसपी कोरबा को दिया है। एसपी के निर्देश पर सीएसपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में रूपए देने वाले फर्जी कर्मी को पूछताछ के लिए बार-बार कार्यालय बुलाया जा रहा है। किन्तु वह पुलिस के समक्ष हाजिर नहीं हो रहा है। जिस पर जांच अटका हुआ है, अब सीएसपी कार्यालय द्वारा उसे नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।

जानकारी के अनुसार पुराना गुरूघांसीदास चौक भदरापारा बालको निवासी श्रीमती उारा दिव्या पति आकाश कुमार दिव्या ने बीते माह पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी कि उसके ससुर कलेश्वर दिव्या पिता स्व. गोविंदराम दिव्या के स्वामित्व एवं आधिपत्य की भूमि ग्राम सिरकी तहसील कटघोरा जिला कोरबा में खसरा नंबर 69, 107, 135 कुल रकबा 16.45 एकड़ स्थित थी। उक्त भूमि को एसईसीएल प्रबंधन दीपका द्वारा खदान के लिए अर्जित कर मुआवजा दिया गया था। उक्त भूमि के एवज में चाकाबुड़ा जवाली में रहने वाले बृजलाल भारद्वाज द्वारा फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार कर एसईसीएल दीपका में फर्जी नौकरी प्राप्त कर लिया गया था। इस संबंध में उसके पति आकाश कुमार दिव्या के द्वारा थाना दीपका में शिकायत किया गया था, जिस पर थाना प्रभारी ए सिंह द्वारा बृजलाल भारद्वाज को थाना में बुलाया गया और उसके पति पर जबरन दबाव बनाकर उक्त शिकायत पर राजीनामा 3 लाख रूपए में कराया गया। थाना प्रभारी ने आरोपी बृजलाल से राजीनामा के रकम 3 लाख रूपए ले लिए किन्तु उसके पति आकाश दिव्या को रूपए देने में आनाकानी करने लगे। बार-बार रकम लिए जाने की मांग पर थाना प्रभारी ने बड़ी मुश्किल से अलग-अलग किश्तों में 1 लाख 60 हजार रूपए दिए। किन्तु शेष रकम 1 लाख 40 हजार रूपए आज पर्यन्त तक नहीं दिया गया और प्रभारी ने इसे दबा रखा है। उसके पति द्वारा शेष रकम की मांग किये जाने पर अब थाना प्रभारी द्वारा उसे झूठा प्रकरण में फंसा कर जेल में सड़ा देने की धमकी दिया जा रहा है, जिसके कारण वह काफी भयभीत हैं और थाना जाने में डरता है। मजबूरन उसे अब थाना प्रभारी के खिलाफ शिकायत करना पड़ रहा है। आशंका है कि थाना प्रभारी द्वारा कभी भी उसके पति को झूठे प्रकरण में फंसाया जा सकता है। महिला ने मांग की कि थाना प्रभारी द्वारा दबाये गए हमारे हक की रकम को दिलाने पहल की जाए। महिला की शिकायत को एसपी ने गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए एसपी कोरबा को निर्देशित किया है। एसपी के निर्देश पर सीएसपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में उनके द्वारा बार-बार रकम देने वाले बृजलाल भारद्वाज को आधारकार्ड व वंश वृक्ष की प्रति के साथ कार्यालय बुलाया जा रहा है, लेकिन वह पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहा है, जिसके कारण जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है।

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