राखड़ परिवहन से पश्चिम क्षेत्र की जनता त्रस्त, राजनैतिक और सामाजिक संगठनों ने किया चक्काजाम
कोरबा 18 फरवरी। उद्योगों से उत्सर्जित राखड़ के परिवहन के दौरान होने वाली समस्या से कोरबा पश्चिम क्षेत्र की जनता त्रस्त हो गई है। राजनैतिक और सामाजिक संगठनों सहित नागरिकों ने मिलकर इस मसले को लेकर जेलगांव चौराहे पर आज चक्काजाम कर दिया। उसके कारण दोनों दिशा में वाहनों की आवाजाही थम गई। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी इस मामले का समाधान खोजने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
लंबे समय से इस इलाके में औद्योगिक प्रदूषण के चलते नागरिकों को काफी दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है। एनटीपीसी और बिजली उत्पादन कंपनी के पावर प्लांट में प्रतिदिन कई लाख टन कोयला का उपयोग होता है। इसी के साथ प्रतिदिन बड़ी मात्रा में अपशिष्ट के रूप में राख उत्सर्जित होता है। इसके शत-प्रतिशत यूटिलाइजेशन की चुनौती प्रबंधन के सामने बनी हुई है। इसके निराकरण के लिए कार्य यजना बनाई जाती रही है लेकिन परिणाम सामने नहीं आ सके हैं। इसका नतीजा यह हो रहा है कि खासतौर पर रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए राखड़ को विभिन्न क्षेत्रों में भेजने के दौरान पश्चिम इलाके मैं प्रदूषण की स्थिति निर्मित हुई है। इस मामले को लेकर आज घोषित कार्यक्रम के अनुसार जलगांव चौराहे पर नागरिक संगठनों ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम कर दिया। काफी संख्या में लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए और वाहनों की आवाजाही को रोक दिया। लोगों की शिकायत है कि वायु प्रदूषण और सड़कों की खराब स्थिति के कारण जन जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। दूसरी बार समस्या का समाधान करने के लिए सरकारी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। चक्काजाम होने से दोनों दिशाओं में आवाजाही बाधित हो गई। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर डटे हुए थे और स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहे थे।