भू-विस्थापितों ने रैली निकाल कोयला मंत्री का किया पुतला दहन
कोरबा 9 फरवरी। रोजगार के लिए धरना दे रहे भू-विस्थापितों ने आंदोलन उग्र करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री का पुतला दहन करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस के साथ आंदोलनकारियों के मध्य झूमाझटकी हुई। पुलिस ने पुतला में पानी डाल बुझाने का प्रयास कियाए पर आंदोलनकारी दूसरा पुतला लाकर दहन करने में सफल रहे।
साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड एसईसीएल की कुसमुंडा खदान महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष रोजगार एकता संघ द्वारा दिए जा रहे धरना का मंगलवार को 100 दिन पूरा हो गया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने खदान बंद कराने के साथ सीएमडी से चर्चा भी की और आश्वासन मिलने के बाद भी आंदोलन जारी रखा। मांग पूर्ण न होने पर भू-विस्थापितों ने केंद्रीय कोयला मंत्री का पुतला लेकर मंगलवार को प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली और स्थल पर पहुंच कर दहन करने का प्रयास किया। इस दौरान स्थल पर उपस्थित पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया, इससे पुलिस व आंदोलनकारियों के मध्य जमकर खींचातानी हुई। वहीं पुतला को आग लगाते वक्त पुलिस ने पुतला में पानी डाल दिया। इससे पुतला भीग गया। बाद में दूसरा पुतला लाकर आंदोलनकारियों ने दहन किया। पुतला दहन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि संसद सत्र में रखी गई इस जानकारी को गलत है, क्योंकि एसईसीएल में मुआवजा, पुनर्वास व रोजगार का कोई भी मामला लंबित नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों से औने-पौने भाव में जमीन अधिग्रहित कर ली गई, लेकिन भू-विस्थापित परिवारों के नौजवान रोजगार के लिए अभी भी भटक रहे है।
सभा को छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेता जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहूए जय कौशिक तथा रोजगार एकता संघ के राधेश्याम कश्यप, दामोदर श्याम, रेशम यादव व मोहनलाल कौशिक आदि ने भी संबोधित किया। उन्होंने प्रबंधन-प्रशासन से कहा कि समस्या का निदान नहीं होता है तो मार्च में खदान बंदी और कलेक्टर कार्यालय के घेराव किया जाएगा। इस दौरान बृजमोहन, बलराम, सम्मेलाल, रघु, चंदरसिंह, हरिशंकर केवर्त, रघुनंदन, संतानु कुर्रे, गणेश राम, अनिल, मिलन प्रसाद, शिवनारायण, राजेशए बेदराम, बजरंग सोनी, संजय भारद्वाज, नागेश्वर चंद्रा, कमल सिंह, धनेश्वरए गजराज सिंह, चंद्रपाल, सुकदास, लकवर्धन, दिनेश, राजेश्वर, ज्ञानदास आदि उपस्थित रहे।