प्रधानमंत्री आवास योजना के सामने फंड की समस्या
कोरबा 2 फरवरी। दादरखुर्द में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासीय परिसर विकसित की जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों के स्लम इलाकों की समाप्ति के लिए इस योजना पर काम जारी है। केन्द्र और राज्य के समन्वित प्रयास से इस पर कामकाज जारी है। ऐजेंसी के द्वारा इस प्रोजेक्ट पर 120 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे है। प्रधानमंत्री आवासों के मामले में केन्द्र सरकार ने नीति निर्धारित किये हैं और मानक के हिसाब से विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आवास दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है।
कोरबा के कई स्लम एरिया को चिन्हित करने के साथ संबंधित लोगों को एक स्थान पर बसाने के उद्देश्य से दादरखुर्द में आवासों का जो काम चल रहा है, उसमें अब तक लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। बताया गया कि धन की कमी के कारण आगे का काम अटका हुआ है। इसके लिए फंड की प्रतिक्षा की जा रही है। फंड आने के बाद बाकी का काम पूरा हो जाएगा। शासन के अधिकारी के द्वारा निर्माण कार्य का जायजा लेने के साथ ऐजेंसी को आवश्यक निर्देश दिए गए। नगर निगम के कमिश्रर प्रभाकर पांडेय सहित अन्य अधिकारी यहां पर मौजूद रहें। जिन्होंने अब तक की प्रगति के बारे में अधिकारी को अवगत कराया। याद रहे कोरबा नगर निगम क्षेत्र में और भी कई कॉलोनियां बनी है लेकिन हितग्राही उनमें आना नहीं चाहते। ऐसे में दादरखुर्द कॉलोनी में हितग्राही जाएंगे या नहीं इस पर भी संशय बना हुआ है। हालांकि कलेक्टर ने काउंसलिंग कर इस समस्या का समाधान कर लेने की बात कही है। 120 करोड़ रुपयों की भारी भरकम राशि की लागत से कॉलोनी विकसित हो रही है। कलेक्टर ने भरोसा जताया है, कि कॉलोनी में वे सभी सुविधाएं मौजूद रहेंगी जो एक आदर्श कॉलोनी में रहती है। उनका कहना है कि कॉलोनी पूरी तरह से बनने के बाद शहर का एक बड़ा स्लम हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।