मुख्यमंत्री के निर्देश पर अमल : अवैध रेत के बाद अवैध कोयले पर प्रशासन की कार्रवाई
*आधी रात पकड़ा टिपर, सुबह से शाम तक दो अवैध कोल यार्डों पर छापा*
कोरबा 31 जनवरी 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश बाद कोरबा जिले में अवैध रेत के कारोबार पर कार्रवाई के बाद ज़िला और पुलिस प्रशासन ने अब गैर कानूनी रूप से कोयले का कारोबार करने वालों पर नकेल कस दी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर कल आधी रात एक और दो बजे के बीच राजस्व विभाग की टीम ने एसईसीएल के कुसमुंडा क्षेत्र से बरमपुर -सर्वमंगला नगर में अवैध रूप से कोयले का परिवहन करते एक टिपर को जब्त किया। राजस्व अधिकारियों की इस टीम ने वाहन चालक से टिपर में लदे कोयले के संबंध में रायल्टी पर्ची आदि दस्तावेजों की मांग की, जिन्हे वह प्रस्तुत नहीं कर पाया। अवैध कोयले के परिवहन में लगे इस टिपर को जब्त कर सर्वमंगला पुलिस चौकी में पुलिस अभिरक्षा में सौंपा गया।
इस कार्रवाई के बाद सुबह से शाम तक राजस्व और पुलिस अधिकारियों की टीम ने दो अवैध कोल यार्डों पर छापामार कार्रवाई की और भारी मात्रा में अवैध कोयला जप्त किया।प्रशासन और पुलिस की टीम ने कोरबा तहसील के नकटीखार रिंग रोड पर टोयटा सर्विंसिंग सेंटर के पास के कोल यार्ड में दबिश दी। इस कोल यार्ड में भारी मात्रा में अवैध रूप से भण्डारित कोयला पकड़ाया है। अवैध रूप से संचालित यह कोल यार्ड किसी नवनीत पलेरिया उर्फ अंशु पलेरिया का बताया जा रहा है। जांच के दौरान कोल यार्ड में दो कोयला लोडेड टिपर, एक खाली टिपर, दो कोयला लोडेड मेटाडोर, एक लोडर जेसीबी और तीन ट्रिप टेलर भी जब्त किये गये।
इस दौरान कोल यार्ड में ही प्रशासन की कार्रवाई में बाधा पहुंचाने के उद्देश्य से लगभग 15-20 लोग बेस बाल बैट, डंडा आदि लेकर मौके पर पहुंचे और अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की। राजस्व अधिकारियों की टीम ने पहले ही रामपुर चौकी प्रभारी को दबिश के संबंध में जानकारी देकर पुलिस बल भेजने को कहा था। कार्रवाई के दौरान अवैध कोल यार्ड में काम कर रहे कई लेबर मौके से भाग गये।
इसी तरह राजस्व और पुलिस अधिकारियों की टीम ने शाम को बरम पुर के एक और अवैध कोल डिपो पर छापा मारा। यहाँ लगभग 30 टन अवैध कोयला पाया गया। कार्रवाई के बाद खनिज विभाग के अधिकारियों को बुलाकर अवैध कोयले की जब्ती की कार्रवाई की। जब्त कोयले की मात्रा, रायल्टी चोरी, राजस्व हानि आदि का आंकलन खनिज विभाग की कार्रवाई के बाद हो सकेगा।