संक्रमण के बीच गर्म भोजन लेने बच्चे पहुंच रहे आंगनबाड़ी केंद्र
कोरबा 17 जनवरी। कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर में एक बार फिर आंगनबाड़ी में बच्चों की पढ़ाई बंद करा दी गई है। आंगनबाड़ी तो खुल रही पर बच्चों को आने से मना कर दिया गया है। इसकी वजह से गर्म भोजन वितरण व्यवस्था एक बार फिर छिन्न-भिन्न हो गई है। हाल ही में टिफिन से गर्म भोजन बच्चों के घरों तक पहुंचान का सचिवालय स्तर पर आदेश जारी किया गया। टिफिन की उपलब्धता नहीं होने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया और अब बच्चों को आंगनबाड़ी तक बुलाया जा रहा।
बच्चे संक्रमण में चपेट में न आएं इसके लिए शासन ने स्कूल व आंगनबाड़ियों के संचालन पर रोक लगाई है। पिछले सात जनवरी से जिले के आंगनबाड़ियों में बच्चे टिफिन लेकर पहुंच रहे और उन्हे भोजन दिया जा रहा। एक साथ बच्चे समूह में पहुंच रहे। ऐसे में उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। इस व्यवस्था से आंगनबाड़ी बंद किए जाने के औचित्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। पहले तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से यह कह दिया गया कि गर्म भोजन बनाकर कर बच्चों के लिए छोड़कर आओ। एक आंगनबाड़ी में औसतन 20 बच्चे आते हैं। एक से डेढ़ किलोमीटर का दायरा होता है। पर्याप्त संख्या में टिफिन की उपलब्धता के बिना ही घर तक टिफिन पहुंचाना मुमकिन नहीं हो सका। आलम यह है बच्चों को आंगनबाड़ी तक ही बुलाकर भोजन दिया जा रहा। पौष्टिकता के लिए बच्चों को गरम भोजन दिए जाने का प्राविधान है, पर सहायिका भोजन बनाकर रख देती है। एक समय पर सभी बच्चे नहीं आते, इसलिए वह ठंडा हो जाता है। जिले में एक जनवरी से अब तक मिले संक्रमितों में 34 छोटे बच्चे भी शामिल हैं। आंगनबड़ी में लग रही भीड़ बच्चों में संक्रमण के लिए सेतु का काम कर रहा है।