किसानों से हर बारदाने में 40 किलो धान की खरीदी, लगभग साढ़े 21 हजार किसानो से धान की खरीदी
सुखत के नाम पर नहीं लिया जा रहा अतिरिक्त धान, बारदाने सहित इलेक्ट्रानिक कांटे से तौलाई
कोरबा 7 जनवरी। कोरबा जिले के सभी 55 धान खरीदी केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए सभी व्यापक इंतजाम किए गये हैं साथ ही किसानों की सहूलियत-सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। धान उपार्जन केंद्रों में किसानों से खरीदे गये धान की तौलाई इलेक्ट्रानिक कांटों से की जा रही है और हर बारदाने में औसतन 40 किलो धान ही खरीदा जा रहा है। जिले में धान खरीदी के लिए राज्य शासन से जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सूखत के नाम पर किसी भी किसान से 40 किलो से अतिरिक्त धान नहीं लिया जा रहा है। अब तक जिले के 21 हजार 417 किसानों से नौ लाख 09 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा चुकी है। खरीदे गये धान के लिए किसानों को 176 करोड़ 48 लाख 91 हजार रूपये से अधिक की राशि का भुगतान किया जा रहा है। जिले के एक धान उपार्जन केंद्र पर 40 किलो से अधिक धान की खरीदी संबंधी समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सुबह ही इसकी जांच कर प्रतिवेदन देने के निर्देश नोडल अधिकारी श्री एस.के.जोशी को दिए थे।
श्री जोशी ने बताया कि कोरकोमा धान खरीदी केंद्र में किसानों से खरीदे गये धान को पंाच स्टेग लगाकर रखा गया है। इन स्टैग्स में से रेण्डमली धान के बोरे उतरवाकर इलेक्ट्रानिक कांटे से तौलकर उनके वजन की जांच की गई है। जांच में पाया गया कि कोरकोमा के धान उपार्जन केंद्र पर किसानों के लाये गये धान को बारदानों सहित इलेक्ट्रानिक कांटे में तौला जा रहा है। श्री जोशी ने बताया कि सामान्य तौर पर जूट के एक खाली बारदाने का औसत वजन सात सौ- साढ़े सात सौ ग्राम तक होता है। किसानों से जूट के बारदानों में धान खरीदने के दौरान इलेक्ट्रानिक कांटे पर सामान्यतः बारदाने सहित वजन 40 किलो 700 ग्राम से लेकर 40 किलो 800 ग्राम तक तौला जाता है। इस आधार पर बारदाने का वजन घटाने से तौले गये धान का वजन 40 किलो ही होता है। श्री जोशी ने यह भी बताया कि इस वर्ष किसानों से प्लास्टिक के बैग में भी धान की खरीदी की जा रही है। प्लास्टिक के एक बैग का औसतन वजन 200 ग्राम होता है और इलेक्ट्रानिक कांटे पर धान से भरे प्लास्टिक बैग का वजन 40 किलो 200 ग्राम आता है। श्री जोशी ने बताया कि कोरकोमा धान खरीदी केंद्र सहित जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में इलेक्ट्रानिक कांटों से इसी आधार पर लगातार धान की खरीदी निर्विवाद रूप से की जा रही है। किसी भी किसान से ज्यादा धान नहीं खरीदा जा रहा है।
इस बारे में ढेगूरडीह निवासी किसान श्री प्रेमसिंह ने बताया कि उन्होंने 04 जनवरी को कोरकोमा धान खरीदी केंद्र में 20 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचा है। समिति में तौल के दौरान धान और एक बारदाने का वजन मिलाकर 40 किलो 800 ग्राम तौल की गई है। इलेक्ट्रानिक कांटे से यह तौल की गई है। समिति में धान के तौल में डंडी मारने या अधिक धान तौलने का काम नहीं किया जा रहा है। किसान श्री प्रेमसिंह धान खरीदी की व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं। वहीं गेराव, तौलीपाली, मदनपुर, कोरकोमा, मुढूनारा, केराकछार आदि गांवों के लगभग 15 किसानों ने भी समिति में 40 किलो से अधिक धान लेने से इंकार किया है। गेरांव के किसान गोवर्धन ने बताया कि समिति में किसानों को धान बेचने के लिए किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। किसान जूट के बारदाने के साथ धान की 40 किलो 700 ग्राम से लेकर 40 किलो 800 ग्राम तक तौलाई करा रहे हैं और प्लास्टिक बारदाने में 40 किलो 200 ग्राम धान की तौलाई की जा रही है। श्री गोवर्धन ने भी किसी भी किसान से तौल से अधिक धान लेने या समिति में कांटा मारने जैसी घटना से इंकार किया है।