कोरोनाकाल में जन्मी बालिका की जिम्मेदारी ली डीएम ने
कोरबा 28 दिसंबर। कहते हैं कि धरती पर जन्म लेने वालों का याल रखने के लिए किसी भी स्तर पर लोगों को प्रेरणा मिलती है। कई मौकों पर ऐसे उदाहरण सामने आ चुके हैं। वैश्विक महामारी के दौरान कोरबा में जन्म लेने वाली एक बालिका को लेकर भी ऐसा हुआ।
सामाजिक सरोकार दिखाते हुए इसकी शिक्षा-दीक्षा से लेकर विवाह तक का दायित्व जिलाधीश ने लिया है। छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर सोसायटी के आश्रम से इस बालिका का वास्ता है। उन दिनों मानसिक रुप से विक्षिप्त महिला को गिरारी स्थित आश्रम में रखा गया था। पर्याप्त देखभाल की गई, निश्चित समय पर महिला ने बच्ची को जन्म दिया। नामकरण और अन्न प्रासन संस्कार मंगलवार को गायत्री मंदिर में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में गायत्री समाज से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे। छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर से सोसायटी के नेक कार्यों की कलेक्टर ने काफी सराहना की। उन्होंने कहा,कि इस बच्ची की जिम्मेदार अब मेरी है। 6 महिने की बच्ची का भरण पोषण अब कलेक्टर द्वारा ही किया जाएगा। उसके लालन पालन पढ़ाई लिखाई के साथ ही विवाह तक जितना भी खर्च होगा उसका वहन कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। आज गायत्री मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में समाज के लोग मौजूद रहे। उन्होंने संवेदनशील पहल के लिए अधिकारी की सराहना की और अपेक्षा की कि अन्य मामलों में भी इसी प्रकार की उदारता का प्रदर्शन किया जाएगा।