स्क्रेप कटिंग का कार्य करने वाले डेढ़ सौ मजदूरों को तीन माह से नहीं मिला वेतन
सीएसईबी चौकी पहुंचकर पुलिस को कराया समस्या से अवगत
कोरबा 13 अक्टूबर। सीएसईबी के 200 मेगा वॉट पॉवर प्लांट में स्क्रेप कटिंग का कार्य करने आए करीब डेढ़ सौ मजदूरों को तीन माह का वेतन नहीं मिला है। सभी मजदूर यूपी,बिहार और झारखंड के रहने वाले हैं, जो यहां किराए के मकान में रहकर काम कर रहे है। त्यौहारी सीजन होने के कारण समस्या और भी बढ़ गई है। परेशान मजदूर सीएसईबी चौकी पहुंचकर पुलिस को अपनी समस्या से अवगत कराया।
सीएसईबी चौकी में नजर आ रही यह भीड़ उन मजदूरों की है,जो सीएसईबी की 200 मेगावॉट पॉवर प्लांट में स्क्रेप कटिंग का काम करने के लिए आए हुए है। झारखंड, बिहार और उड़ीसा से करीब 150 मजदूर अपना पेट पालने कोरबा आए हुए हैं। इनकी समस्या यह है, कि इन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिला है। किराए के मकान में रहकर इन्होंने जैसे-तैसे तीन माह गुजार लिए लेकिन इनकी स्थिती अब काफी गंभीर हो गई है। त्यौहारी सीजन होने के नाते सभी को पैसों की काफी जरुरत है लेकिन ठेकेदार द्वारा वेतन देने में आना कानी की जा रही है। परेशान मजूदर सीएसईबी चौकी पहुंचकर पुलिस से वेतन दिलवाने की मांग कर रहे है।
पॉवर प्लांट में तालाबंदी के बाद स्क्रेप कटिंग का कार्य किया जा रहा है। इंद्रमणी नामक ठेका कंपनी को यह काम मिला है जिसके द्वारा मजदूरों के माध्यम से काम कराया जा रहा है जिसका ठेकेदार ऋषी अग्रवाल है, पिछले तीन महिनों से जिस तरह से मजदूरों को वेतन नहीं मिला है उससे इनके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है। कंपनी की सुपरवाईजर की मानें तो ठेकेदार उस पर पैसे लेने का आरोप लगा रहा है और उसे पैसों की मजदूरों के वेतन का भुगतान करने का दबाव बना रहा है लेकिन सुपरवाईजर पैसे नहीं लेने की बात कहा रहा है। बस इसी के कारण मजदूरों का भुगतान रुका हुआ है।
काफी उम्मीद लेकर मजदूर सीएसईबी चौकी पहुंचे थे। मजदूर चाहते हैं, कि उनके हक का पैसा उन्हें जल्द से जल्द मिल जाए ताकी वे अपने घर जाकर त्यौहार मना सके। बहरहाल पुलिस से शिकायत कर उन्होंने वेतन का भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग की है। देखने वाली बात होगी, कि मजदूरों को उनके हक का पैसा कब तक मिल पाता है।