कोरबा 19 सितम्बर। विघ्नहर्ता भगवान गणेश की स्थापना के साथ पूजा अर्चना का क्रम भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में किया गया। अनंत चतुर्दशी को अंतिम रूप से हवन-पूजन के साथ गणपति विदा किये गए। इस दौरान भक्तों में उल्लास दिखा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अबकी बार अधिक स्थानों पर गणपति की स्थापना की गई थी। सरकार के द्वारा नियमों में कुछ ढील देने का असर साफ तौर पर दिखाई पड़ा। यह बात अलग है कि सार्वजनिक रूप से बड़े आयोजन नहीं किये गए।

सामान्य रूप से पूजा अर्चना का क्रम पर्व में जारी रहा। अनंत चतुर्दशी तक मनाए जाने वाले पर्व के अंतर्गत उपासक वर्ग ने अंतिम दिवस को शास्त्रोत परंपरा से हवन.पूजन की प्रक्रिया पूरी की। दोपहर से प्रतिमाओं की विदाई और विसर्जन का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इसके लिए स्थानीय और क्षेत्रीय घाटों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से जरूरी प्रबंध किये गए ताकि अप्रिय घटनाएं ना हो सके।

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