गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सौंपा राज्यपाल को इस्तीफ़ा

अहमदाबाद 11 सितंबर। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अब से कुछ देर पहले राज्यपाल को इस्तीफ़ा सौंप दिया है। अगले साल के आख़िर में गुजरात में चुनाव है, ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन के इस फ़ैसले के पीछे पूरी क़वायद आगामी विधानसभा चुनाव ही है।

गुजरात की धरती भाजपा और हिंदुत्व की प्रयोगशाला मानी जाती है। भाजपा के इस दौर में जहां मोदी एकमेव शक्ति शेष नास्ति हैं, और गुजरात को मोदी गर्व के रुप में पेश करते रहे हैं।

लेकिन हालिया कुछ अरसे से भाजपा के लिए गुजरात में “फ़ील गूड” का मसला नहीं है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सक्रियता और विकास समेत कई मुद्दों पर गुजरात सरकार को घेरने में दोनों प्रमुख विपक्षी दल सफल होते दिख रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में समय के साथ दायित्व बदलते रहते हैं। भाजपा में यह स्वभाविक प्रक्रिया है। मुझे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली, जो मैंने पूरी की है।

रुपाणी ने कहा कि जेपी नड्‌डा जी का भी मार्गदर्शन मेरे लिए अभूतपूर्व रहा है। अब मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसका निर्वहन करूंगा। हम पद नहीं जिम्मेदारी कहते हैं। मुझे जो जिम्मेदारी मिली थी वह मैंने पूरी की है। हम प्रदेश के चुनाव नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में लड़ते हैं और 2022 का चुनाव भी उन्हीं की अगुवाई में लड़ा जाएगा।

बता दें रुपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भाजपा ने गुजरात में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। विधानमंडल दल की बैठक में रुपाणी को विधायक दल का नेता और नितिन पटेल को उपनेता चुना गया था।

नए मुख्यमंत्री की रेस में 4 नाम शामिल

रुपाणी के इस्तीफे के बाद ये अटकलें भी शुरू हो गई हैं कि अब अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री पुरषोत्तम रुपाला, गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम आगे हैं।

Spread the word