क्या सी. एम. उद्धव ठाकरे के खिलाफ भी FIR करेगी महाराष्ट्र की पुलिस……?
मुम्बई 26 अगस्त : लाखों- करोड़ों लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनेताओं द्वारा एक दूसरे पर कीचड़ उछालने के लिए ऐसी अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग किया जाता है जिसे एक सभ्य समाज के लिए कतई उचित नहीं कहा जा सकता ।
यहां से हुई विवाद की शुरुआत
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा था … देता कान के नीचे, इस बयान के बाद राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और मंगलवार को दिनभर मुंबई सहित कई जगहों पर जमकर मचे बवाल के बाद शाम को उनकी गिरफ्तारी हुई और फिर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देने के बाद उन्हें जमानत मिल गई लेकिन नारायण राणे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब नासिक पुलिस ने नारायण राणे को नोटिस भेजा है और राणे को 2 सितंबर को थाने में पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
अब भाजपा नेता ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ पुलिस से की शिकायत
क्या महाराष्ट्र पुलिस उद्धव ठाकरे के खिलाफ भी उसी तरह ऐक्शन ले पाएगी, जिस तरह केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर कार्रवाई की गई? ये सवाल इसलिए उठता है क्योंकि अब बीजेपी के एक नेता ने पुलिस से महाराष्ट्र के सीएम के उस बयान के खिलाफ शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘योगी को उन्हीं की चप्पल से मारना चाहिए।’ अगर महाराष्ट्र पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करती है तो सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई तय है ।
किसने की सीएम उद्धव ठाकरे की शिकायत
शिकायतकर्ता बीजेपी के यवतमाल जिले के अध्यक्ष नितिन भुटाडा हैं। उन्होंने शिवसेना प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और ‘भड़काऊ’ भाषण देने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायतकर्ता ने उमेरखेड़ पुलिस थाने में शिकायत दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बीजेपी नेता की ओर से आवेदन मिलने की पुष्टि की है। शिकायत में कहा गया है कि 25 अक्टूबर 2020 को दशहरा भाषण के दौरान उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ ‘भड़काऊ और गंदी भाषा’ का इस्तेमाल किया था।
सीएम उद्धव ने योगी के खिलाफ की थी विवादस्पद टिप्पणी
अर्जी में कहा गया है, ”ठाकरे ने कहा था कि एक योगी कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है? उसे एक गुफा में जाकर बैठना चाहिए। उसे उसकी चप्पल से मारना चाहिए। योगी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है। योगी की शिवाजी के पास जाने की हैसियत नहीं थी। योगी जब महाराष्ट्र आएं तो उन्हें उनके चप्पल से पीटना चाहिए …।’
शिकायत में कहा गया है कि ठाकरे द्वारा की गई टिप्पणी से समाज में अशांति और दंगे भड़क सकते थे। भुटाडा ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र के विभिन्न पुलिस थानों में मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ और शिकायतें दर्ज कराएगी। भाजपा की ओर से यह अर्जी केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद नारायण राणे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के एक दिन दी गई है।
केंद्रीय मंत्री को मंगलवार दोपहर में महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले से गिरफ्तार किया गया था। राणे को रायगढ़ जिले में सोमवार को उनकी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान की गई उनकी टिप्पणी के बाद गिरफ्तार किया गया था। राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। राणे ने कहा था, ”यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता। राणे की टिप्पणी के बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया।
उद्धव के खिलाफ नासिक में भी शिकायत
नाशिक से बीजेपी विधायक देवयानी फरांदना ने कहा कि भाजपा नाशिक महानगर की तरफ से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और ‘सामना’ के संपादक संजय राउत के खिलाफ 2 फरियाद दाखिल करने की अर्जी पुलिस आयुक्त के पास रखी गई है। सामना के संपादक ने नारायण राणे के बारे में सामना में जो बात कही वो राणे का अपमान करने वाली है। विधायक ने आगे कहा, ”उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में उद्धव ठाकरे ने कहा था “ये योगी नहीं भोगी है और योगी जी को चप्पल से मारना चाहिए।” ये उचित नहीं है। इसीलिए हमारी आशा है कि उनके ख़िलाफ सख़्त कार्रवाई होगी।”