बृहस्पत सिंह फिर बटोर रहे सुर्खियां
रायपुर 24 अगस्त। छत्तीसगढ़ में इन दिनों सियासी पारा हाई है. इसी कड़ी में राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव की बैठक हुई. बैठक खत्म होने के बाद बाहर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से मीडिया ने ढाई साल के कार्यकाल के फॉर्मूले पर जब सवाल पूछा, तो जवाब में पुनिया ने दो टूक कहा कि, ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई है. इसके बाद से वरिष्ठ आदिवासी नेता और रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह एक मैसेज वायरल कर रहे हैं, जिसमें लिखा है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गाधी का आशीर्वाद है.
इस मैसेज से कई कयास लगाए जा रहे हैं. बृहस्पत सिंह ने मैसेज में लिखा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गाधी, का आशीर्वाद है. छत्तीसगढ़ के 70 विधायकों साथ है. छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ जनता का विश्वास है. जय छत्तीसगढ़ ! जय जय कांग्रेस !!. भूपेश बघेल जिंदाबाद !!!. इस मैसेज को लेकर फिर से राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हालातों को लेकर राहुल गांधी की प्रदेश प्रभारी पुनिया और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव के साथक करीब तीन घंटों तक बैठक चली. कयास लगाए जा रहे थे कि कथित ढाई साल के फार्मूले और इस पर राज्य में बनते बिगड़ते सियासी हालातों पर राहुल गांधी खुलकर बात करेंगे.
चर्चा ये भी थी कि सिंहदेव बीते एक पखवाड़े से जिन मुद्दों को लेकर आलाकमान से मिलने के वक्त मांग रहे थे, बातचीत के दौरान उन पर रायशुमारी होगी और सुलह के रास्ते खोजे जाएंगे, लेकिन जब बैठक खत्म हुई, तो इन मुद्दों पर नेताओं ने बातचीत से ही इंकार कर दिया.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में 24 जुलाई को एक कथित हमले के बाद से भूचाल आया हुआ है. वरिष्ठ आदिवासी नेता और रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पति के काफिले पर 24 जुलाई को हमला हुआ था. जानकारी के मुताबिक शहर के बंगाली चौक के पास सुरक्षा कर्मियों के वाहन पर हमला हुआ था. रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह कोतवाली थाना पहुंचे थे. जहां मामले की शिकायत दर्ज कराई थी.
इसी बीच कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि मुझे जान का खतरा है. मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ है. महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक़ हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं.
इसके बाद विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंत्री टीएस सिंहदेव विधानसभा में अपनी बात कहकर बाहर निकल गए थे. 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी. इसके बाद शुरू हुई कार्यवाही के बाद बृहस्पति सिंह मामले में विपक्षी सदस्यों ने सदन की कमेटी बनाकर जांच की मांग की थी. सदन में हंगामा जारी रहा और फिर भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.
मंत्री सिंहदेव ने सदन में कहा था कि– मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं. शायद कुछ छिपा हुआ है, जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है. मैं नहीं समझता हूं कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाए. मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता. इसके बाद विधायक बृहस्पत सिंह ने सदन में खेद व्यक्त किया था.