कुसमुंडा कैंप में लगी आग, लाखों का नुकसान
कोरबा 17 अगस्त। ओड़िसा से वास्ता रखने वाली नारायणी संस प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के कुसमुंडा स्थित कैंप में आज सुबह आगजनी की घटना में लाखों का नुकसान होने की खबर है। यहां पर खड़े एक हाइवा में जमकर आग लग गई। विस्तार होने से पहले आसपास के वाहनों को हटवाया गया। इस लापरवाही को लेकर संबंधित प्रबंधक और कर्मियों पर कार्यवाही की संभावना व्यक्त की जा रही है। घटना को लेकर पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह एनएसपीएल के एसईसीएल कुसमुंडा कैंप में यह घटना हुई। एसईसीएल में ओवरबर्डन सहित कई कार्यों का कांट्रेक्ट एनएसपीएल को दे रखा है। कंपनी ने इसके लिए अधिकांश बाहर के श्रमिकों का नियोजन किया है। कुछ मामलों के लिए स्थानीय लोगों को रखा गया है। इनमें कुशल की संख्या नगण्य है। जबकि रूपए बचाने के लिए दूसरे अकुशल श्रमिक रखे गए हैं। ऐसा करने से कंपनी की आर्थिक जड़ें मजबूत हो रही है। खबर के मुताबिक मंगलवार को सुबह कैंप में एकाएक धुआं उठते कुछ कर्मियों ने देखा। कुछ देर के बाद इसका विस्तार हो गया। मौके पर खबर दी गई तो मालूम चला कि एक हाइवा की केबिन में आग लगी हुई है और वह लगातार बढ़ रही है। घटना में संबंधित वाहन का सामने का हिस्सा बुरी तरह से प्रभावित हो गया। जानकारी होने पर साइड इंचार्ज के अलावा अन्य कर्मी हरकत में आए। आगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए घटना स्थल के आसपास खड़े वाहनों को आनन-फानन में हटवाने को लेकर दिलचस्पी ली गई, ताकि नुकसान को कम किया जा सके। बताया गया कि अपने स्तर पर इस मामले में रेस्क्यू डेमेज कंट्रोल करने का काम एनएसपीएल खुद कर रहा है। उसके द्वारा दोपहर तक घटना की जानकारी पुलिस को देना जरूरी नहीं समझा गया। हालांकि पुलिस ने कहा है कि निश्चित रूप से इसे लेकर डिटेल्स प्राप्त किये जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही भुगतान के मामले को लेकर ठेका कामगारों को एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में प्रदर्शन किया था। आपत्ति इस बात को लेकर थी कि कई कार्यों को 50 फीसदी कम रेट पर लिये जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है। प्रबंधन ने कई कंपनियों से संबंधित ठेका कामगारों की चिंता को लेकर 19 अगस्त को रणनीतिक बैठक करना तय किया है। इससे पहले कोरबा क्षेत्र के मानिकपुर में इसी कंपनी के हाइवा के द्वारा रेल अंडरब्रिज को ठोक देने से कई घंटे मालगाड़ियों का परिचालन बाधित रहा। इस सिलसिले में रेलवे ने एनएसपीएल पर डेमरेज लगाया था।