उच्च न्यायालय में नौकरी लगाने 5.50 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

कोरबा 17 अगस्त। उच्च न्यायालय में नौकरी लगाने के नाम पर भाई. बहन से साढ़े पांच लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अपने आपको ह्यूमन राइट्स का पीआरओ व एंटी करप्शन आर्गेनाइजेशन का वाइस प्रेसीडेंट बताने वाले आरोपित ने उच्च न्यायालय का फर्जी नियुक्ति पत्र भी प्रदान कर दिया था।

गांव तुमान थाना उरगा निवासी गनेशकंवर पति दीपक कंवर 28 वर्ष को सुनील दास पिता साहेब दास 21 वर्ष निवासी तराइडाड सोनगुड़ा थाना बालको ने अगस्त 2020 में मोबाइल कर बताया कि उच्च न्याालय बिलासपुर में भृत्य पद की वेकेंसी निकली है। उसकी एक व्यक्ति से जान पहचान है और वह नौकरी लगवा सकता है। इसके लिए पांच लाख रूपये लगेंगे। इस पर गनेशी ने अपने दीपक कंवर व भाई मधुसूदन कंवर को नौकरी लगाने कहा। तब सुनील ने उससे कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए पांच लाख रुपये लगेगा और पहले डेढ़. डेढ़ लाख देना होगा। प्रक्रिया आगे बढ़ने पर शेष राशि देना पड़ेगा। इस पर गनेशी ने डेढ़. डेढ़ लाख रुपये कुल तीन लाख तत्काल सुनील को प्रदान किए। बाद में प्रक्रिया आगे बढ़ने की बात कहने पर तीन लाख रुपये दिए। तब सुनील ने नौ मार्च 2021 को उच्च न्यायालय के नाम से जारी दो नियुक्ति पत्र एक दीपक कंवर व दूसरा मधुसूदन कंवर के नाम से दिया। जब दोनों नियुक्ति पत्र लेकर ड्यूटी ज्वाइन करने पहुंचे, तब उन्हें मालूम चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है और कोई वेकेंसी नहीं निकली है। इस पर वापस लौट कर उन्होने सुनील से पैसा मांगा, पर उनसे केवल चार लाख रुपये ही दिया शेष राशि 5.50 लाख रुपये नहीं दी। इस पर गनेशी कंवर ने उरगा पुलिस में घटनाक्रम की जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला कायम कर आरोपित सुनील दास को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।

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