हरेली पर्व पर हुई कृषि उपकरणों की पूजा, हुए परंपरागत कार्यक्रम
कोरबा 8 अगस्त। प्रकृति से जुड़े हुए हरेली पर्व पर कोरबा जिले के बड़े हिस्से में परंपरागत पूजा अर्चना के साथ आयोजन भी किए गए । इस अवसर पर फसल की अच्छी पैदावार के साथ समृद्धि के लिए ईश्वर से आशीर्वाद की कामना की गई।
सावन के महीने में हरेली पर्व मनाने की परंपरा सदियों से बनी हुई है। इसका निर्वहन उद्योग प्रधान कोरबा जिले के शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया खास तौर पर खेती-बाड़ी के काम से जुड़े लोगों ने इस पर्व को पूरी आस्था और विश्वास के साथ मनाने में दिलचस्पी दिखाई। सुबह से ही किसानों के परिवारों के यहां इस पर्व को लेकर उत्साह देखने को मिला स्नान ध्यान के साथ उन्होंने तुलसी चौरा के पास अपने कृषि उपकरण और अन्य संसाधनों की सफाई करने के साथ उनकी पूजा अर्चना की। इसी के साथ इस पर्व पर बनाए जाने वाले आंचलिक व्यंजनों का नैवेद्य समर्पित किया गया। आस्थावान लोगों ने बताया कि इस पर्व के साथ कई परंपराएं जुड़ी हुई हैं। ऐसा माना जाता है कि हरेली पर की जाने वाली पूजा से खेतों में अच्छी पैदावार होती है और समृद्धि का स्तर आनुपातिक रूप से बढ़ता है।
हरेली के अवसर पर नारियल फेंकने के साथ कई परंपरागत प्रतिस्पर्धा भी आयोजित की गई कोरोनावायरस से जुड़ी गाइडलाइंस को ध्यान में रखने के साथ विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के आयोजन किए गए। बच्चों से लेकर युवाओं और उम्रदराज लोगों ने इन प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी की। इसके माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया कि सांस्कृतिक स्तर पर स्थानीय लोग कितने मजबूती से जुड़े हुए हैं और ऐसी प्रतियोगिताओं में भागीदारी करने के साथ वे अपने कौशल को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित भी करते हैं।