बोलेरो चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार
कोरबा 3 अगस्त। करीब एक माह पहले कटघोरा से चोरी गई बोलेरो के तीन आरोपितों को पुलिस ने महाराष्ट्र के जलगांव से गिरफ्तार किया है। चोरी के बाद आरोपितों ने गाड़ी कटर गिरोह के हवाले कर दिया था। बोलेरो को काट कर कबाड़ में बेच दिया गया। कटर गिरोह के आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग सके।
कटघोरा में रहने वाले विनोद जायसवाल पिता मनमोहन जयसवाल की बोलेरो क्रमांक सीजी 12 आर 4635 को छह जुलाई की रात को घर के सामने से चोरी कर ली गई थी। सात जुलाई को सुबह 10.30 बजे घर से बाहर निकला तो वाहन नहीं था। आसपास पता करने के साथ अन्य स्थलों पर पतासाजी की गई, लेकिन कहीं कोई पता नहीं चल सका। रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया। अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा रामगोपाल करियारे की अगुवाई में टीम गठित की गई। टीम ने शहर के सभी चौक-चौराहे, मुख्य मार्ग के सीसीटीवी के कैमरे को खंगाला। आरोपति बोलेरो को कटघोरा, जैजरा चौक होते हुए बांकीमोगरा, कुसमुंडा, सर्वमंगला, उरगा, जांजगीर, पामगढ से रायपुर व दुर्ग होते नागपुर जलगांव पहुंचे थे। आरोपित व वाहन का जलगांव मे होने की सुराग मिलने पर एक पुलिस टीम रवाना की गई, जहां पर सायबर सेल से मिले लोकेशन के आधार पर आरोपित की छिपे होने के स्थान पर घेराबंदी कर दबिश दी गई। इस दौरान अक्षय जोशी पिता गोकुल जोशी 25 वर्ष निवासी गणपति नगर कुसुंबा ग्रामीण थाना एमआइडीसी जलगांव जिला जलगांव महाराष्ट्र पकड़ा गया। पूछताछ करने पर अक्षय जोशी ने बोलेरो को गोविन्द सिंह राजपूत पिता रणवीर सिंह राजपूत 29 वर्ष निवासी एसईसीएल रामनगर जुनैद अली पिता सहादत अली 22 वर्ष निवासी दुरपा रोड से खरीदना बताया। अफजल खान निवासी जलगांव के पास बेचने की जानकारी दी। जलगांव के चोर बाजार में अवैध गतिविधियों में संलग्न कबाडी अफजल खान के निवास पर पूरी टीम के साथ दबिश दी गई पर पुलिस के आने की भनक लगते ही आरोपित फरार हो गया।
आरोपित अक्षय ने पुनः पूछताछ करने बोलेरो को गैस कटर से काटने पश्चात उसके कुछ पार्टस को अपने पास रखा और अन्य पार्टस को अफजल के पास होने की जानकारी दी। पार्ट्स जब्त कर पुलिस कटघोरा थाना ले आई। इसके साथ ही आरोपित अक्षय जोशी के निशानदेही पर वाहन चोरी कर बेचने वाले अन्य दो आरोपित गोविंद सिंह राजपूत व जुनैद अली पिता सहादत अली 22 वर्ष को उनके निवास में दबिश देकर धरदबोचा। तीनों आरोपितों के अपराध कबूलने व पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर गिरफ्तार कर सभी को जेल भेज दिया गया है।