Uncategorized ऑन लाइन कवि सम्मेलन में दिख रही स्थानीय कवियों की प्रतिभा, विज्ञान के अलख जगाबो, सारी दुनिया म फैलाबो Gendlal Shukla July 14, 2020 कोरबा। राष्ट्रीय साहित्य मंच ईकाई छ.ग.के द्वारा प्रतिदिन फेसबुक लाइव काव्य पाठन का आयोजन किया जा रहा है ।इस कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ के युवा कवियों के द्वारा अपने काव्य पाठ का पाठन फेसबुक लाइव के द्वारा किया जा रहा है ।इसी कड़ी में शनिवार को कोरबा छत्तीसगढ़ इकाई से युवा कवियित्री, कमला नेहरू महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका श्रीमति ज्योति दीवान ने स्वलिखित काव्य रचनाओं का पाठन कर सभी आमंत्रित कविगण एंव श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।ज्योति दीवान ने अपनी काव्य रचनाओं का आरंभ अपनी छत्तीसगढ़ी विज्ञान गीत से किया ।गीत के बोल थे-विज्ञान के अलख जगाबो सारी दुनिया म फैलाबो” ।इस गीत के माध्यम से श्रीमती दीवान ने हमारे देश में फैली कुप्रथा, अंधविश्वास एवं अशिक्षा को विज्ञान के द्वारा मिटाने का संदेश दिया। काव्य पाठ के इसी क्रम में ज्योति दीवान ने बारिश के ऊपर अपनी कविता कहीं जिसमें देश की सीमा पर तैनात सैनिक जोकि देश की पहरेदारी कर रहा है , उसकी प्रेयसी की विरह कथा को कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया । काव्य पाठ के अंतिम चरण में ज्योति ने अपनी काव्य रचना में मौजूदा हालात में हमारे देश के मजदूर और कोरोना फाइटर की बातों को भी चित्रित करने की कोशिश की । उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं को भावविभोर कर खूब वाहवाही लूटी। उन्होंने राष्ट्रीय साहित्य मंच छत्तीसगढ़ इकाई को अपनी प्रतिभा को लोगों तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया एवं साथ में सभी श्रोताओं को अपना अमूल्य समय देने के लिए आभार व्यक्त किया ।साथ ही ज्योति दीवान ने राष्ट्रीय साहित्य मंच के माध्यम से जल्द ही अपनी अन्य कविताओं की श्रृंखला को प्रस्तुत करने की बात कही । Spread the word Post Navigation Previous क्या आग लगाकर भी की जा सकती है डीजल की चोरी? आइये जानते हैं अजब गजब वारदात की दास्तानNext स्कूलों में चल रहे शासकीय कार्यों पर रोक की माँग, शासन ने कहा मामला राजनीति से प्रेरित,हाई कोर्ट ने रखा फैसला सुरक्षित Related Articles Uncategorized राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री अजय सिंह ने सूरजपुर जिले में निर्वाचन व्यवस्था का लिया जायजा Gendlal Shukla January 30, 2025 Uncategorized रायपुर जेल पहुंचे भूपेश बघेल ने लखमा व यादव से मुलाकात की Gendlal Shukla January 23, 2025 Uncategorized वह पकवान नहीं, 30 साल से ईंट और पत्थर खाकर जिंदा है…..! Gendlal Shukla January 23, 2025