यूपी चुनाव के लिए छतीसगढ़ के नेताओं की डिमांड
रायपुर 14 जुलाई: छतीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं की क्षमता का उपयोग हाईकमान उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए करेगी,यह अपने आप मे बड़ी बात हैं. इससे एक बात तो साफ है कि हाईकमान की नजरों में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भरोसा बरकरार हैं.सूत्रों से पता चला हैं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को उत्तर प्रदेश भेजने को कहा है और बैठक के दौरान चुनावी राज्य में बूथ प्रबंधन और कार्यकर्ता सम्मेलन की रूपरेखा पर भी चर्चा की गई। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस संगठन की गतिविधियों को तेज करने पर भी चर्चा हुई। बघेल की सिफारिश पर उनके संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का उत्तर प्रदेश का प्रभारी सचिव बनाया गया है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति और बूथ प्रबंधन पर ध्यान देने के साथ कांग्रेस संगठन को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना है।
लगभग 40 साल बाद कांग्रेस का ब्लॉक और न्याय पंचायत स्तर पर संगठन खड़ा किया जा रहा है। इन सभी कवायदों से लगता है सूबे की राजनीति में सियासत के मैदान से बाहर हो चुकी कांग्रेस एक बार फिर अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। यह अलग बात है कि इन तैयारियों के बावजूद कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में उसे ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी नहीं मिल सका। 30 साल बाद यूपी में जिला-शहर कमेटियों के बाद ब्लॉक स्तर कांग्रेस संगठन खड़ा हुआ है। यूपी कांग्रेस के संगठन सचिव अनिल यादव के अनुसार 831 ब्लॉकों में संगठन पदाधिकारियों का पूरा ब्यौरा ऑनलाइन उपलब्ध है। इसी तरह यूपी के 8134 न्याय पंचायतों में से 7675 में कांग्रेस संगठन खड़ा हो चुका है। कांग्रेसियों का कहना है 40 साल बाद न्याय पंचायत स्तर पर संगठन की गतिविधियां बढ़ी हैं। जिला अध्यक्षों से सीधे तौर पर खुद प्रियंका गांधी बात कर रही हैं और विधानसभा चुनाव के लिए संभावित प्रत्याशियों के नाम मांग रही हैं। कांग्रेस का मंडल स्तर पर प्रशिक्षण शिविर भी चल रहा है। इसे वीसी के जरिए प्रियंका गांधी संबोधित कर रही हैं। बढ़ती महंगाई, गरीबी, कुपोषण, अपराध, लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन और संविधान व संवैधानिक संस्थाओं के समक्ष खड़ी चुनौतियों पर कांग्रेस चर्चा कर रही है।