इलाज से मादा हाथी की तबीयत में सुधार
कोरबा 10 जुलाई। वन मंडल कोरबा के कुदमुरा परिक्षेत्र में बुजुर्ग मादा हाथी धनपुरी के आगे नहीं बढ़ पाई। वन विभाग अब उसे कटहल व केला खिला रहा है। उधर धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र से दंतैल हाथी के आने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। मादा हाथी के आसपास पहुंचने की संभावना को देखते हुए वन अमला अलर्ट हो गया है। अगर पास में पहुंच गया तो उसके उपचार व भोजन की व्यवस्था करने में परेशानी हो सकती है।
कुदमुरा परिक्षेत्र में मादा हाथी कुछ दिनों से घूम रही थी। उसकी उम्र 50 से 55 वर्ष के बीच बताई जा रही है। वह पहले से बीमार है। इसकी वजह से एक जगह पर काफी देर तक रुकी रहती है। वन विभाग ने जंगल सफारी रायपुर से डॉ. राकेश वर्मा को बुलाकर उपचार भी कराया। इसके बाद कुछ दूर चली फिर श्यांग से 2 किलोमीटर आगे धनपुरी मार्ग पर रुक गई है। उसके एक पैर में घाव हो गया था। जिसकी वजह से वह अधिक चल फिर नहीं पा रही है। डीएफओ प्रियंका पांडे का कहना है कि हाथी की निगरानी की जा रही है। इसके लिए वन अमले की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन सबसे अधिक परेशानी अब एक और दंतैल हाथी के आने से बढ़ गई है। अभी धान की बोनी का समय है। इसकी वजह से जंगल के बीच खेत में किसान सुबह से पहुंच जाते हैं। उन्हें हाथी के आने की जानकारी देकर जंगल की ओर नहीं जाने कहा जा रहा है। कुदमुरा परिक्षेत्र के रेंजर सुनील लकड़ा ने बताया कि दवाई देने के बाद हाथी की तबीयत में सुधार हुआ है। वह कुछ दूर चली फिर रुक गई है। अभी उसे भोजन दिया जा रहा है। एक और हाथी के आने के बाद वन अमले के साथ ही ग्रामीणों को भी सतर्क कर दिया गया है।