जर्जर कुसमुंडा मार्ग का काम शुरू, 2.19 करोड़ से बनेगा सड़क

कोरबा 29 जून। जर्जर हो चुके कोरबा-कुसमुंडा मार्ग में आवागमन दुश्वार हो गया है और रोजाना मार्ग में दुर्घटनाएं हो रही है। फोर लेन निर्माण कार्य पूर्ण होने तक इस सड़क का आवागमन के लिए सुगम बनाने 1.19 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार किया जाएगा। कुसमुंडा प्रबंधन की ओर से इसके लिए कार्यादेश भी जारी होने के साथ ही ठेका कंपनी ने काम भी शुरू कर दिया।

कुसमुंडा, दीपका, गेवरा, बांकीमोंगरा समेत अनेक क्षेत्र को कोरबा शहर से जोड़ने वाले इस एक मात्र मार्ग में 24 घंटे दो पहिया से लेकर कोयला लोड भारी वाहनों का आवागमन होता है। इसे सड़क की हालत काफी दयनीय हो गई है, यातायात का दबाव ज्यादा होने की वजह से पूरी सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। स्थिति यह है कि सड़क में हुए गड्ढे बारिश का पानी भर जाने से दिखाई नहीं देते हैं और इन गड्ढों में कोई न कोई छोटा वाहन रोजाना फंसता है, तो दो पहिया चालक भ्रम की वजह से नीचे गिर कर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। जर्जर मार्ग की वजह से कोरबा-कुसमुंडा आवागमन का समय बढ़ कर भी एक घंटा से ज्यादा हो गया है। नदी पार क्षेत्र में रहने वाले लोग काफी जरूरत होने पर अब शहर आना कर रहे है। वहीं शहर में निवासरत लोग भी मजबूरीवश इस मार्ग का उपयोग कर रहे हैं। मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि लंबे अरसे से पत्राचार व मौखिक रूप से प्रबंधन व प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रखे। आंदोलन की स्थिति भी निर्मित हुई। फोरलेन निर्माण होने तक इस मार्ग को आवागमन के सुगम बनाने के लिए साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन ने 2.19 करोड़ की लागत से ठेका निकाल कार्यादेश जारी कर दिया है। बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी इस मार्ग का जीर्णोद्धार करेगी। सड़क में डब्ल्यूएमएम के तहत सीमेंट जीरा गिट्टी से बना कर डामरीकरण किया जाएगा। जल्द ही कार्य शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। कार्यादेश मिलते ही कंपनी ने गिट्टी व अन्य सामाग्री सड़क किनारे गिराने के साथ ही सड़क में बिछाने का काम भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस सड़क जीर्णोद्धार के लिए 2.76 करोड़ का ठेका निकाला गया था और चार कंपनियों ने निविदा प्रपत्र भरा था। इसमें एक कंपनी की निविदा तकनीकी आधार पर निरस्त हो गई। शेष तीन कंपनी के मध्य निविदा खोली गई। इसमें सबसे कम दर 2.19 करोड़ रुपये बालाजी कंस्ट्रक्शन की निकली, इस पर कंपनी द्वारा बालाजी का काम सौंपा गया है। बारिश के बाद सड़क का डामरीकरण किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है।

फोरलेन का काम हुआ शुरूः-जिला प्रशासन की पहल पर इस मार्ग को फोरलेन बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। एसईसीएल ने फोरलेन बनाने के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान किया। वर्तमान में सर्वमंगला पुल से बरमपुर होते हुए सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए पेड़ की कटाई की जा चुकी है। वहीं सड़क को चौड़ीकरण करने के लिए आवश्यक कार्य किया जा रहा है। बरमपुर एनीकट के उपर भी पुलिया निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फोरलेन में पहले एक तरफ का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, उसके बाद दूसरे तरफ का काम शुरू होगा। यही वजह से वर्तमान में आवागमन की सुविधा के लिए पुरानी सड़क का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

Spread the word