बंगाल विधानसभा में 29 विधायक रोहिंग्या हैं…?

कोलकाता 20 जून। बंगाल विधानसभा मे चुनकर आए नए विधायकों में 29 विधायक रोहिंग्या हैं। इनमे 21 विधायकों पर तो कोई संदेह ही नही है।शेष की जाँच चल रही है। अगर इसकी पुष्टि हो गई तो TMC की मान्यता ही खतरे में पड़ जाएगी और इसे 6 साल तक के लिए प्रतिबंधित भी किया जा सकता है। पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या विधायको की सरगर्म चर्चा है।

*बंगाल के राज्यपाल बोले, ‘लोग धर्म परिवर्तन के लिए तैयार, आजादी के बाद ये सबसे खतरनाक हिंसा’*

उधर बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद भड़की हिंसा पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस हिंसा को आजादी के बाद की सबसे बड़ी हिंसा बताया है. उन्होंने कहा कि हिंसा से लोग इतने डर गए हैं कि वो धर्म परिवर्तन के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस भी कोई मदद नहीं कर रही, क्योंकि वो भी सत्ताधारी पार्टी से डरी हुई है.

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, “लोगों ने मुझसे कहा कि वो धर्म परिवर्तन के लिए तैयार हैं, लेकिन वो अपनी सुरक्षा चाहते हैं. उनके शब्दों ने मुझे तोड़ दिया. चुनाव बाद की ये हिंसा आजादी के बाद की सबसे खतरनाक हिंसा है, क्योंकि लाखों लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं.”

उन्होंने कहा, “पीड़ितों ने मुझसे कहा कि अगर पुलिस के पास शिकायत लेकर जाएंगे तो उन्हें ही अपराधी बना दिया जाएगा. और जब वो वापस लौटेंगे तो सत्ताधारी पार्टी उन्हें नहीं छोड़ेगी. लोग पुलिस से डरे हुए हैं और पुलिस सत्ताधारी पार्टी से.”

इसी हफ्ते राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बंगाल में हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया था और पीड़ितों से मुलाकात की थी. उसके बाद उन्होंने ये बातें कही हैं. उन्होंने कहा, “मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी कीमत पर संविधान की सुरक्षा की जाएगी. उन्हें लोकतंत्र और कानून पर भरोसा नहीं खोना चाहिए. मैं उनकी पीड़ा समझ सकता हूं. उम्मीद करता हूं कि ममता बनर्जी इस भयावह स्थिति को गंभीरता से लेंगी.”

उन्होंने ये भी कहा कि “कभी कल्पना भी नहीं की थी कि लोगों को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा. लोग मुझसे रोते हुए गुहार लगा रहे हैं कि वो जान बचाने के लिए के लिए अपना धर्म बदल लेंगे.

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