शिक्षक संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल मिला कलेक्टर से.. शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर की चर्चा
कोरबा। कोरबा जिले में कार्यरत शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं को लेकर शिक्षक संघर्ष मोर्चा जिला कोरबा का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने चर्चा करते हुए बताया कि कोविड-19 में सेवा के दौरान मार्च से मई महीने तक शिक्षकों ने पूरी लगन और निष्ठा के साथ विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर सेवा दी है किंतु कुछ कारणवश अनेक शिक्षकों का वेतन मार्च एवं मई का वेतन आहरण संवितरण अधिकारियों के द्वारा रोका गया है। कलेक्टर मैडम ने स्पष्ट कहा उक्त विषय पर डीईओ कोरबा से संज्ञान लेकर अविलंब वेतन भुगतान तथा शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं का समाधान की कार्यवाही सुनिश्चित करने आश्वस्त किया।
प्रतिनिधिमंडल ने संलग्नी कृत शिक्षकों के संबंध में चर्चा करते हुए डीईओ कोरबा द्वारा की गई कार्यवाही को पक्षपात पूर्ण बताते हुए महोदया के संज्ञान में लाया। उनके द्वारा कहा गया कि कितने शिक्षक आज तक संलग्न थे, उनमें से कितने को संलग्नीकरण समाप्त किया गया है और कितने शेष हैं ,शेष संलग्निकरण की सूची उपलब्ध कराने मोर्चा को कहा है। मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने 248 स्कूलों में प्रस्तावित शैक्षिक समन्यकों की लंबित सूची पर अविलंब कार्यवाही कर नियुक्ति आदेश प्रसारित करने पक्ष रखा। कलेक्टर महोदया ने उक्त मामले पर संज्ञान लेने की बात कही, जो भी कमी है उसे पूर्ण कर अविलंब कार्य आदेश जारी किए जाने आश्वस्त किए।
अन्य मामलों में प्रतिनिधिमंडल ने डीईओ के द्वारा शिक्षकों के मानसिक शोषण का आरोप लगाया है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा की स्कूल शिक्षा विभाग के मुखिया द्वारा मनमानी एवं अनावश्यक गतिविधि एवं कार्यक्रमों में BEO, नोडल प्राचार्य संकुलो के माध्यम से शिक्षकों के ऊपर कार्यक्रम में हिस्सा लेने अनर्गल दबाव बनाया जाता है। चुंकि शासन का किसी प्रकार का कोई उक्त कार्यक्रमों में दिशानिर्देश नहीं होता। जबरदस्ती दबाव बनाने से शिक्षक मानसिक शोषित महसूस करते हैं। ऐसे जबरदस्ती दबाव या जबरदस्ती मौखिक कार्य आदेश पर रोक लगाने निवेदन किया गया है। महोदया द्वारा अविलंब संज्ञान लेने की बात कही गई है।
आज के प्रतिनिधिमंडल में सुरेश कुमार द्विवेदी संरक्षक, ओम प्रकाश बघेल संयोजक, तरुण सिंह राठौर महासचिव, नान्ही दास दीवान , जे पी कोसले, विपिन यादव,विनय कुमार शुक्ला, आर डी केसकर , मानसिंह राठिया, लालमणि द्विवेदी , विष्णु पटेल एवं अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।