भू-विस्थापितों ने नौकरी की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, रोका खदान का काम
कोरबा 8 जून। चेतावनी देने के साथ भू-विस्थापितों के एक संगठन ने एसईसीएल की दीपका खदान में दखल देने के साथ कामकाज रोक दिया। उनके तेवर को देख प्रबंधन सक्ते में आ गया। यहां पर पुलिस को बुलानी पड़ गई। भू-विस्थापित सबके लिए कोयला कंपनी से नौकरी की मांग कर रहे है।
कोरबा जिले के अंतर्गत एसईसीएल की दीपका विस्तार खदान में भू-विस्थापितों ने आखिरकार प्रदर्शन कर ही दिया। काफी समय से उनका प्रबंधन के साथ टकराव चल रहा है। एक पक्ष अपनी मांगों पर जोर दे रहा है और दूसरा पक्ष प्रक्रिया बताने के साथ अपनी सफाई देने के मामले में आगे है। भू-विस्थापितों का कहना है कि एसईसीएल ने अपनी खदान का दायरा बढ़ाने के लिए जिन लोगों की जमीन अर्जित की है, उन सभी को योग्यता के हिसाब से कंपनी में नौकरी दी जाए। वर्तमान बाजार मूल्य के हिसाब से जमीन का मुआवजा दिया जाना सुनिश्चित हो और व्यवस्थित तरीके से उन्हें पुनर्वास और मूल-भूत सुविधाएं दी जाए। बार-बार इन मुद्दों को लेकर आश्वासन देने के काम प्रबंधन करता रहा। इससे बात बिगड़ती गई। प्रबंधन और प्रशासन को सूचना दिये जाने के साथ भू-विस्थापितों ने बढ़ी संख्या में दीपका खदान के एक हिस्से में कब्जा कर लिया। वहां प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अपनी मांगों को रखा गया और हर हाल में इसकी पूर्ति करने का दबाव बनाया गया। खदान में उत्पन्न परिस्थितियों ने प्रबंधन को परेशान किया। जानकारी होने पर उत्खनन ओर सुरक्षा से संबंधित अमला यहां पहुंचा। सीआईएसएफ के साथ पुलिस भी पहुंची। प्रयास किया जा रहा है कि गतिरोध को दूर किया जाये। चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े।