प्रधानमंत्री आवास योजना में घालमेल, 72 हितग्राहियों की रिकव्हरी अटकी
कोरबा 29 मई। प्रधानमंत्री आवास योजना को पलीता लगाकर 72 हितग्राहियों के अपूर्ण और अप्रारंभ आवासों की जीओ टैगिंग कर पूर्ण बताकर राशि निकाल लेने वाले आवास मित्र के विरूद्ध शिकायत पर कार्यवाही लंबित है। आवास मित्र से सरपंच बने इसी व्यक्ति पर 14वें वित्त एवं मूलभूत योजना की राशि गबन का भी आरोप है जिसकी भी जांच और वसूली लटकी हुई है।
कोरबा जनपद के ग्राम पंचायत श्यांग सिमकेदा, सोलवा में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत वर्ष 2016 से 2019 के मध्य कुल 72 हितग्राहियों के आवास की स्वीकृति हुई। इन आवासों का कार्य जीओ टैगिंग में पूर्ण होना आवास मित्र चंद्रशेखर मंझवार के द्वारा बता दिया गया जबकि आवास के कार्य नींव, डोर लेवल, ढलाई लेवल तक होने के साथ 4 आवासों के कार्य तो प्रारंभ ही नहीं हुए है। इन आवासों को एमआईएस से प्राप्त सूची के अनुसार पूर्ण बताया गया किंतु भौतिक सत्यापन कराने पर हकीकत सामने आई। आवास मित्र पर हितग्राहियों का आरोप है कि उसके द्वारा बैंक से राशि स्वीकृत कराने के संबंध में आधार कार्ड रख लिया गया और कागज में हस्ताक्षर भी कराया गया। ग्रामीणों के आधार कार्ड वापस नहीं किए गए और आवास भी नहीं बना व एक भी किश्त हितग्राहियों को नहीं मिली। 3 किश्त में आवास मित्र ने यह राशि निकालकर हड़प ली। बीपीएल परिवारों के साथ की गई धोखाधड़ी व केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना में धांधली की शिकायत पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, जनपद सीईओ, कोरबा एसडीएम आदि से किया जाकर चंद्रशेखर मंझवार के विरूद्ध एफआईआर का आग्रह किया गया। मार्च महिने में यह शिकायत की गई किंतु अब तक कार्यवाही लंबित है।
इसी तरह ग्राम पंचायत करूमौहा के उप सरपंच मनोज धीरहे ने रामपुर विधायक ननकीराम कंवर एवं कोरबा जनपद सीईओ से करूमौहा के सरपंच चंद्रशेखर मंझवार, सचिव बूंदराम राठिया के द्वारा शासन की योजनाओं में प्राप्त आबंटन राशि को नियम विरूद्ध आहरण कर दुरूपयोग करने की शिकायत की थी। ग्राम पंचायत व ग्रामसभा प्रस्ताव के बिना ही राशि निकाल ली गई। 7 सितंबर 2020 को 14वां वित्त एवं मूलभूत योजना की राशि 7 लाख 33 हजार रुपए फर्जी वेंडर के नाम से गबन करने की शिकायत कोरबा एसडीएम से की गई किंतु कार्यवाही नहीं हुई। 15वें वित्त आयोग मद से प्राप्त आबंटन में से 2 लाख 30 हजार रुपए, नल-जल योजना व सीसी रोड के नाम ऑनलाइन भुगतान बंसल ट्रेडर्स एजेंसी के नाम किया गया जबकि करूमौहा पंचायत में दोनों कार्य नहीं हुए हैं। विगत 1 साल से ग्राम सभा भी नहीं हुआ और ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। शिकायत पर जिला पंचायत सीईओ के द्वारा कोरबा एसडीएम को राशि गबन जांच के मामले की सूक्ष्म जांच कर प्रतिवेदन 7 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने कहा गया था। दूसरी ओर गंभीर शिकायत पर विधायक ननकीराम कंवर ने आपराधिक प्रवृत्ति का मामला प्रतीत होने की टिप्पणी कर ठीक से जांच कराने कहा है जो लंबित है। करूमौहा निवासी चंद्रशेखर मंझवार के विरूद्ध ग्राम भैंसमा-उरगा निवासी समीउल्ला खान और उसके भाई शकील अहमद पिता ईस्माइल खान के द्वारा उरगा थाना में लिखित शिकायत की गई है। आरोप है कि चंद्रशेखर ने आवश्यकता पडऩे पर समीउल्ला से 1 लाख रुपए और शकील अहमद से 2 लाख रुपए स्टाम्प पेपर में लिखा-पढ़ी कर लिया था जो अब नहीं लौटा रहा है। उधारी रकम मांगने पर चंद्रशेखर द्वारा गाली-गलौच कर जान से मारने की धमकी भी दी जाती है। 22 मई को की गई शिकायत पर भी कोई कार्यवाही थाना से नहीं हुई है।