पत्नी ने किया प्रेरित तो बैंक मैनेजर जोगी जी ने लगवाया कोरोना का टीका
कोरबा 17 मई 2021। ग्रामीण बैंक के 34 वर्षीय शाखा प्रबंधक श्री रविन्द्र जोगी ने आज कटघोरा के योजना छात्रावास पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। श्री जोगी ने बताया कि उनकी धर्मपत्नी डाॅक्टर रेणु जोगी कटघोरा अस्पताल में बतौर चिकित्सक सेवारत है। डाॅक्टर होने के कारण श्रीमती रेणु जोगी को फ्रंट लाईन कोरोना वारियर के रूप में वैक्सीन को दोनों खुराक लग चुकी है। श्री रविन्द्र जोगी ने आज कोरोना टीके का अपना पहला डोज लिया है। उन्होंने बताया कि शासकीय कामकाज की व्यस्तता के चलते वह टीकाकरण में कुछ दिन पीछे रह गए। उनकी डाॅक्टर पत्नी उन्हें लगातार वैक्सिनेशन के लिए प्रोत्साहित करती रही। श्रीमती रेणु जोगी कहती थी कि बैंक का काम करते हुए कभी किसी खातेदार से या कागज-पत्री या कंप्यूटर के की बोर्ड से ही कोरोना संक्रमण हो गया तो उनके साथ-साथ पूरे परिवार पर संक्रमण का खतरा बढ़ जायेगा। डाॅक्टर पत्नी ने हमेशा श्री जोगी को कहा कि वे तो डाॅक्टर हैं और टीके लगवाकर कुछ हद तक सुरक्षित भी हैं। डाॅक्टर रेणु जोगी को हमेशा ही श्री जोगी के संक्रमित होने और दूसरों को भी संक्रमित करने के का डर लगा रहता था। वे रोज घर-परिवार की सुरक्षा के साथ-साथ बैंक मैनेजर पति की जान को बचाये रखने के लिए टोका-टाकी करती रहतीं। पत्नी डाॅक्टर रेणु जोगी की प्रेरणा से बैंक मैनेजर पति ने टीका लगवाया।
कोविड का टीका लगवाने के बाद श्री जोगी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे है। बैंकिग क्षेत्र में काम करने की वजह से हर दिन उनका लोगो से सम्पर्क बना हुआ है। श्री रविन्द्र के मुताबिक टीकाकरण के बाद भी सावधानी बेहद जरूरी है ताकि इस कोरोना संकट से सभी को निजात मिल सके। रविन्द्र जोगी ने बताया कि टीके के बाद कई लोगो के तबियत में हल्का बदलाव महसूस किया गया है जो कि एक आम समस्या है। हल्के हाथ-पैर दर्द या मामूली सिरदर्द टीके के शरीर में सक्रिय होकर एंटीबाडी बनना शुरू होने की निशानी है। इसे किसी गंभीर साइड इफेक्ट के रूप में नही देखा जाना चाहिए। श्री जोगी ने आमजनों से भी अपना अनुभव साझा किया है और कहा है कि टीके से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी हमे अस्पताल या चिकित्सा स्टाफ से प्राप्त करनी चाहिए। उन्होने कहा कि कोविड के बारे में इंटरनेट या सोशल मीडिया में प्रसारित सभी खबरें हमेशा सही नहीं होती। ऐसी भ्रामक खबरों से बचना चाहिए। उन्होंने टीके को लेकर खासकर ग्रामीण क्षेत्र में व्याप्त भ्रांतियो पर निराशा जाहिर की और कहा कि कोरोना का वेक्सीन पूरी तरह से जांचा-परखा और वैज्ञानिकों द्वारा अनुमोदित है। राज्य व केद्र सरकारों ने भी वेक्सीन को मनुष्यों पर विभिन्न चरणों के परीक्षण के बाद ही मंजुरी दी है। श्री जोगी ने वेक्सीन को अभी कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर उपाय बताया है और सभी से कोविड का टीका लगवाने की अपील की है।
टीकाकरण के दौरान वैक्सीन स्टाफ ने बताया कि टीका लगने के बाद भी सभी को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते रहना होगा। मेडिकल स्टाफ ने बताया कि सामाजिक दूरी बनाये रखने के साथ मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करके ही इस संकट से निजात पा सकते है। सभी ने टीकाकरण की बेहतर और सुगम व्यवस्था को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के साथ जिला कलेक्टर को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में वैक्सीन की फिलहाल कोई कमी नही है। ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सिनेशन का लाभ उठा सके, इसके लिए प्रशासन सतत प्रयासरत है।