लालू का ऑक्सीजन लेवल गिरा, कोरोना संक्रमित आज़म खान को जेल से भेजा गया मेदान्ता
नई दिल्ली 10 मई: आज राजद के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह था कि पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव एक लंबे समय बाद उन्हें सम्बोधित करने वाले है और लंबे समय तक बिहार की राजनीति से गायब रहने वाले राजद सुप्रीमो एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने के दौरान ही उनका ऑक्सीजन लेवल गिर गया जिसके बाद उन्होंने बीच में ही मीटिंग को छोड़ दिया। वहीं दूसरी तरफ जेल में बंद सपा नेता और उत्तरप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें मेदांता हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा रहा है।
रविवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ बैठक की। बैठक में लालू प्रसाद बमुश्किल दो से तीन मिनट ही बोल पाए। जिसके बाद ऑक्सीजन लेवल में कमी हो जाने की वजह से उन्होंने तुरंत ही मीटिंग को छोड़ दिया। हालांकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के शुरुआत में ही तेजस्वी यादव ने कह दिया था कि लालू प्रसाद की तबीयत ठीक नहीं है। इसलिए वह ज्यादा नहीं बोलेंगे।
पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि स्वस्थ होते ही मैं आप लोगों के बीच में आऊंगा। आप सभी पूरी तरह से अपने गरीब लोगों की सेवा कीजिए। लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। चारों तरफ तबाही है। ऐसे समय में आपका फर्ज बनता है कि जितना हो सके, जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करिए। हम बीमार हैं, इस स्थिति में कहीं नहीं जा रहे हैं। जैसे ही ठीक होंगे, आप सबके बीच आएंगे।
वहीं उत्तरप्रदेश की सीतापुर जेल में बाद समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की तबीयत अचानक बिगड़ जाने की वजह से उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। आजम खान पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। आजम खान के साथ उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को भी मेदांता में शिफ्ट किया जा रहा है। एम्बुलेंस और पुलिस एस्कॉर्ट के द्वारा उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल ले जाया गया।
पिछले दिनों सीतापुर जेल प्रशासन ने कैदियों की कोरोना जांच करवाई थी. जिसमें आजम खान सहित 13 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बीते साल फ़रवरी के महीने में एक मामले में आजम खान, उनकी पत्नी तजीन फातमा और बेटे अब्दुल्ला आजम ने रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। जिसके बाद 27 फरवरी को तीनों को सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया। हालांकि पिछले साल दिसंबर के महीने में उनकी पत्नी को जमानत मिल गई थी। जिसके बाद से वो जेल से बाहर हैं।