PM मोदी ने यूरोपीय संघ के नेताओं संग की बैठक, व्यापक संपर्क साझेदारी शुरू करने की घोषणा की

नईदिल्ली 9 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय संघ के 27 नेताओं संग शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिखर वार्ता में भाग लिया। इस दौरान भारत और यूरोपीय संघ ने व्यापक संपर्क साझेदारी शुरू करने की घोषणा की, जिसमें अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप आवागमन को बाधा मुक्त बनाने पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और यूरोपीय संघ की भागीदारी कोविड महामारी की रोकथाम और डिजिटल व हरित आर्थिक रिकवरी के लिए बेहद जरूरी है।

पीएम मोदी ने वर्चुअल शिखर वार्ता के संदर्भ में ट्वीट कर दी जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ वर्चुअल शिखर वार्ता के संदर्भ में ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैश्विक हित और लाभ के लिए भारत यूरोप के साथ अपने संबंधों को अधिक प्रगाढ़ करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि व्यापार और निवेश तथा आपसी संपर्क को बढ़ावा देने के लिए चल रही वार्ता के द्वारा शुरू होने का वह स्वागत करते हैं। दोनों देशों की यह मजबूत भागीदारी अपने नागरिकों के हित में है। प्रधानमंत्री ने यूरोपीय नेताओं खासकर पुर्तगाल के प्रधानमंत्री को इस भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए किए गए प्रयासों का धन्यवाद दिया।

पुणे में मेट्रो रेल परियोजना के लिए हुआ 15 करोड़ यूरो की वित्तीय सहायता संबंधी अनुबंध

शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेय लाएन सहित विभिन्न यूरोपीय नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। वार्ता के दौरान पुणे में मेट्रो रेल परियोजना के लिए 15 करोड़ यूरो की वित्तीय सहायता संबंधी अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शिखर वार्ता को बताया ऐतिहासिक

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शिखर वार्ता को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि दोनों पक्ष ने व्यापार, निवेश संरक्षण, पेटेंट संबंधी भौगोलिक पहचान आदि के विषय में विचार विमर्श जारी रखने का फैसला किया।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ मुक्त, समावेशी और नियम आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के समर्थक हैं। क्षेत्र में नौवाहन संबंध में संयुक्त राष्ट्र के समुद्री कानून और नियमों का पालन किया जाना चाहिए।

भारत और यूरोपीय संघ ने विश्वसनीय आपूर्ति प्रणाली बनाए रखने पर दिया जोर

कोरोना महामारी के संबंध में भारत और यूरोपीय संघ ने विश्वसनीय आपूर्ति प्रणाली बनाए रखने का पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन जैव विविधता के संरक्षण और प्रदूषण विरोधी उपायों पर भी चर्चा की।

मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता शुरू करने के लिए सहमत हुए भारत और यूरोपीय संघ

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेय लाएन ने कहा, भारत और यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता शुरू करने के लिए सहमत हुए हैं। इसके साथ ही निवेश संरक्षण और भौगोलिक पहचान समझौते पर भी विचार-विमर्श जारी रखा जाएगा।

शिखर वार्ता को सामयिक बताते हुए उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में यूरोपीय संघ भारत के साथ खड़ा है। उन्होंने हिंदी शब्दावली का प्रयोग करते हुए कहा कि हम दोनों मिलकर बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।

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