स्कूल में बेची जा रहीं थी पुस्तकें, जांच टीम को दी बंधक बनाने की धमकी

कोरबा 29 अप्रैल। सेंट जेवियर्स स्कूल प्रबंधन बुधवार को स्कूल में पुस्तकें बेचते रंगे हाथ पकड़ा गया। स्कूलों में पुस्तक-कापी का विक्रय नियमों के विपरीत है। शिकायत मिलने पर शिक्षा विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची तो पालकों की जेब पर डाका डालने का केंद्र बन चुके शिक्षा के इस मंदिर में में खुलेआम पुस्तकों की दुकानदारी चल रही थी। लाकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए चल रहे इस गोरखधंधे पर कार्रवाई का अंकुश लगाने पहुंचे जांच दल को स्कूल प्रबंधन ने डराने का प्रयास किया गया व अफसरों को स्कूल प्रबंधन ने लैब में बंद करने की धमकी भी दी।

कोरबा तहसील कार्यालय डिंगापुर के लगे निजी शिक्षण संस्था सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल का अपने विवादित क्रियाकलापों के लिए सुर्खियों में रहना कोई नई बात नहीं। कभी कर्मियों के वेतन तो कभी पालकों का शोषण किए जाने की शिकायतें अक्सर आती रहीं, जिसके चलते यह संस्था पालकों व प्रशासन के निशाने पर आता रहा है। एक बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ है। जिला शिक्षा विभाग को शिकायत मिली की सेंट जेवियर्स प्रबंधन स्कूल में ही पुस्तक.कापी का विक्रय कर रहा। शिकायत की पुष्टि के लिए जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने एक टीम गठित कर जांच के लिए स्कूल भेजा। टीम जांच के लिए वहां पहुंचीए तो की गई शिकायत सही पाई गई। पुस्तकों के बंच वहां सजे थे, जिनका विक्रय भी किया जा रहा था। बेची जा रही पुस्तकों को जांच दल ने पंचनामा कार्रवाई कर जब्ती बनाई और वहीं सील कर दिया। स्कूल के अंदर पुस्तकें बेचने की यह गतिविधि स्कूल संचालन के लिए निर्धारित शासन.प्रशासन के नियमों और मापदंडों के बिलकुल विपरीत है। लिहाजा इस कार्रवाई से बौखलाए स्कूल प्रबंधन के अधिकारी मौके पर ही जांच दल के सदस्यों को डराने-धमकाने का प्रयास करने लगे। यहां तक कि उन्हें स्कूल के लैब में बंधक बना लेने की धमकी भी दे डाली। इस मामले की शिकायत पुलिस से भी की गई है।

Spread the word