पोंड़ीउपरोड़ा में 20 आक्सीजिनेटेड बिस्तरों सहित 50 बेड आइसोलेशन सेंटर का होगा विस्तार
- आक्सीजन लेवल 90 से कम होने पर होम आइसोलेटेड मरीज को किया जायेगा अस्पताल में भर्ती
- कोरोना संक्रमण के कारण होने वाले मौत को रोकने कलेक्टर श्रीमती किरण कोैशल हुई गंभीर
- पोंड़ी-जटगा-पसान क्षेत्रों का दौरा कर कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण की स्थिति का लिया जायजा
कोरबा 28 अप्रैल 2021. कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज अलसुबह पोंड़ी-जटगा और पसान क्षेत्रों में प्रवास के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम और संक्रमित मरीजों के ईलाज के इंतजामों की जमीनी हकीकत का जायजा लिया। श्रीमती कौशल ने सुबह-सुबह पोंड़ी पहुंचकर होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल और विकासखंड स्तरीय कंट्रोल रूम मे लोगों से उनके काम करने के तरीके की पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों का ईलाज करने के लिए डाक्टरों को मरीजवार जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश खंड चिकित्सा अधिकारी को दिए। श्रीमती कौशल ने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के बारे मंे सतत् जानकारी लेने, प्रतिदिन आक्सीजन लेबल, दवाई, बुखार, पल्स आक्सीमीटर आदि के बारे में भी जानकारी रखने के निर्देश कर्मचारियों को दिए। कलेक्टर ने इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, एसडीएम श्री संजय मरकाम सहित स्वास्थ्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, शिक्षा, महिला बाल विकास सहित अन्य विभागांे के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
पोंड़ी के आइसोलेशन सेंटर में 10 बिस्तरों में बढ़ेगी आक्सीजन सुविधा, बीस आक्सीजीनेटेड बिस्तरों सहित 50 बिस्तर का होगा आइसोलेशन सेंटर
कलेक्टर ने पोंड़ी में बने आइसोलेशन सेंटर का भी औचक अवलोकन किया। उन्होंने आइसोलेशन सेंटर में मरीजों का ईलाज कर रहे डा. कोमल सिंह से भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। कलेक्टर ने डाक्टर की मांग पर कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर में आक्सीजनयुक्त बिस्तर बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। श्रीमती कौशल ने इस 50 बिस्तर आइसोलेशन सेंटर में 10 और बिस्तरों पर आक्सीजन सुविधा बढ़ाने के निर्देश खंड चिकित्सा अधिकारी और एसडीएम को दिए। इसके साथ ही उन्होने आइसोलेशन सेंटर के लिए दो प्रशिक्षित वार्ड ब्वाय भी उपलब्ध कराने के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी को कहा। पोड़ी के आइसोलेशन सेंटर में अभी 10 आक्सीजीनेटेड बिस्तरों सहित 50 बिस्तर क्षमता है। दस बिस्तरों में आक्सीजन सुविधा बढ़ जाने पर इस आइसोलेशन सेंटर में 30 लक्षण वाले मरीजों के साथ 20 माॅडरेट संक्रमित मरीजों का भी ईलाज हो सकेगा। अभी इस सेंटर में छह कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज चल रहा है।
कलेक्टर के निर्देश: किसी भी होम आइसोलेटेड मरीज की न हो मौत, समय पर हों सभी इंतजाम, 90 आक्सीजन लेबल होने पर तत्काल करायें कोविड अस्पताल में भर्ती
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना संक्रमण का ईलाज करा रहे मरीजों की अतिरिक्त निगरानी करने के निर्देश स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने एसडीएम कार्यालय पोड़ी परिसर में होम आइसोलेशन निगरानी दल और कोरोना संक्रमितों के ईलाज में लगे डाक्टरों को हर दिन मरीजों के संपर्क मंे रहने को कहा। उन्होंने डाक्टरों से होम आइसोलेटेड मरीजों के सतत् संपर्क कर लगातार मरीजों की आक्सीजन, तापमान और स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे किसी भी मरीज की मौत नहीं होनी चाहिए। यदि होम आइसोलेटेड मरीजों के आक्सीजन लेवल कम होने लगे या उनकी तबियत बिगड़ने लगे तो तत्काल उन्हें आक्सीजन बेड वाले कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाये। होम आईसोलेटेड मरीज मे सांस लेने मे कठिनाई, सीने मे दर्द, होठ या चेहरे का नीला पड़ना, जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने पर मरीज को कोविड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराने के भी निर्देश दिए।कलेक्टर ने चेताया कि होम आइसोलेशन के किसाी भी मरीज की अस्पताल ले जाते समय या घर पर मौत हो जाने पर संबंधित डाक्टर और अन्य अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने डाक्टरों, पंचायत सचिवों, पटवारी और राजस्व अधिकारियों को ऐसे मामलों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन में मरीजो का आक्सीजन लेवल 90 तक आ जाये तो तत्काल उन्हें कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाये। मरीज की हालत बिगड़ने से घर में या अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मृत्यु को डाक्टर और आइसोलेशन माॅनिटरिंग अधिकारी की लापरवाही मानकर जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने होम आईसोलेशन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी प्रतिदिन होम आईसोलेटेड मरीज के अटेंडेंट से फोन के माध्यम से सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए।
घर-घर सर्वे में लाई जाये तेजी, सर्दी-खांसी-बुखार वाले मरीजों को कोरोना संक्रमण से बचाने दी जाये दवाएं
कलेक्टर ने अपने प्रवास के दौरान पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड के सभी गांवों में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्यतः करने के निर्देश स्वास्थ्य अमले को दिए। कलेक्टर ने क्षेत्र के सभी 67 कंटेनमेंट जोन घोषित गांवों में घर-घर सर्वे कर एक्टिव सर्वायलेंस तेज करने के निर्देश दिए। एसडीएम श्री मरकाम ने बताया कि अभी कुल 114 सर्वायलेंस टीम लगातार काम कर रही हैं। पहले चरण के सर्वे के दौरान लगभग 125 लोगों में सर्दी-खांसी, बुखार सहित कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। कलेक्टर ने सभी लक्षणात्मक मरीजों का चिन्हाकन कर उनकी कोरोना जांच कराने और उन्हें दवाइयों की किट वितरित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जांच के लिए चिन्हाकित मरीजों की रिपोर्ट आने तक उन्हें अन्य लोगों से अलग क्वारेंटाइन सेंटर में रखने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने ऐसे मरीजों में से पाजिटिव पाए गये मरीजों को उनकी उम्र तथा संक्रमण की स्थिति के अनुसार होम आइसोलेशन, आइसोलेशन संेटर या कोविड अस्पताल में ईलाज के लिए भेजने के निर्देश दिए।
पसान और जटगा के माइक्रो कंटेनमेंट जोन का कलेक्टर ने किया निरीक्षण, सड़क पर ली अधिकारियों से जानकारी, की समीक्षा
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज पसान और जटगा पहुंचकर कंटेनमेंट जोनों मंे सुविधाओं और कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासांे की समीक्षा की। उन्होंने कंटेनमेंट जोन की सीमा पर खड़े होकर सड़क पर ही अधिकारियों से संक्रमितों के बारे में पूछा। श्रीमती कौशल ने इस दौरान उपस्थित मितानीनों से पल्स आक्सीमीटर द्वारा आक्सीजन लेवल चेक करने की विधि पूछी। श्रीमती कौशल ने कंटेनमेंट जोनों में सर्दी-खांसी, बुखार सहित कोरोना जैसे लक्षण वाले सभी लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए प्रोफाइलएक्सिस दवाओं का सेवन कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कंटेनमेंट जोन में एक्टिव सर्वेलेंस कर हर घर में कोरोना जैसे लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों के लिए खाने पीने की चीजों सहित दवाओं और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहेैया करवाने के बारे में भी बात की। कलेक्टर ने इसके लिए उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश एसडीएम श्री संजय मरकाम को दिए। श्रीमती कौशल ने नायब तहसीलदार, सचिव, पटवारी और सुपरवाईजर को इन क्षेत्रों में ही ठहरकर सभी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए। कलेक्टर ने दोनों गांवों में कोरोना संक्रमित लोगों की जानकारी सचिवों से ली तथा सभी संक्रमित लोगों के पास आक्सीजन नापने के लिए पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर एवं जरूरी दवाईओं की किट निर्धारित समय में पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में पदस्थ डाक्टरों से ऐसे मरीजों से सतत् संपर्क करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने क्षेत्र की दवाई दुकानों से बिना डाक्टर की पर्ची के सर्दी-खांसी-बुखार की दवाई खरीदने वाले लोगों की पूरी जानकारी लेकर ऐसे लोगों के घर सर्वे कराकर कोरोना संबंधी जांच कराने और जरूरत पड़ने पर तत्काल ईलाज शुरू करने के निर्देश भी डाक्टरों को दिए। कलेक्टर ने पसान मंे डाक्टर की सलाह के बिना सर्दी-खांसी-बुखार की दवाई खरीदने वाले मरीजों की जानकारी नहीं रखने पर राजपूत मेडिकल स्टोर्स के संचालक के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की और एसडीएम को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को बिना डाक्टर की पर्ची के सर्दी-खांसी-बुखार की दवाई खरीदने वाले लोगों के नाम, पते, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी रखने के निर्देश पूर्व में जारी किये हैं।