आकस्मिक निरीक्षण : करतला विकासखंड के आइसोलेशन सेंटर और कंटेनमेंट जोनों तक पहुंची कलेक्टर कौशल

  • कंटेनमेंट जोन में आवश्यक चीजों और दवाओं आदि की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति के दिए निर्देश
  • करतला विकासखंड मुख्यालय में आइसोलेशन सेंटर में बढ़ंगे 10 आक्सीजीनेटेड बेड
  • होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम में कार्य में लापरवाही पर तीन कर्मचारियों की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के भी निर्देश

कोरबा 26 अप्रैल 2021। कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू पूर्ण तालाबंदी के बीच आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विकासखंड करतला पहुंचकर आइसोलेशन सेंटर और कंटेनमेंट जोन चिकनीपाली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, एसडीएम श्री सुनील नायक सहित विकासखंड स्तरीय अन्य अधिकारी एवं डाक्टर भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने करतला में बने आइसोलेशन सेंटर में रह रहे कोरोना मरीजों से भी बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में भर्ती मरीजों को कोविड प्रोटोकाॅल के हिसाब से निर्धारित दवाएं और समय-समय पर उनका बुखार, आक्सीजन आदि चेक करते रहने के निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिए। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आइसोलेशन सेंटर में 10 और आक्सीजनयुक्त बेड लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में बिना लक्षणों वाले या मॅाडरेट रूप से कोरोना संक्रमित लोगों का ही ईलाज करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर रूप से बीमार लोगों को तत्काल जिला कोविड अस्पताल भेजने को कहा। करतला विकासखंड मुख्यालय में बने इस आइसोलेशन सेंटर में अभी छह कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है।

विकासखंड स्तरीय कंट्रोल रूम और होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल का निरीक्षण, तीन कर्मचारियों की रूकी वेतनवृद्धि

कलेक्टर ने करतला विकासखंड मुख्यालय में कोरोना संक्रमितों की मदद और ईलाज संबंधी विभिन्न सुविधाओं की जानकारी तथा परेशानियों के निराकरण के लिए बनाये गये कंट्रोल रूम का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। श्रीमती कौशल ने इस दौरान कंट्रोल रूम में उपस्थित कर्मचारियों से दिन भर की गतिविधियांे, आने वाले फोन काॅल्स, पूछे जाने वाले प्रश्नों और कोरोना संक्रमितों की समस्याओं आदि के विषय में जानकारी ली। कर्मचारियों ने बताया कि कंट्रोल रूम में प्रतिदिन औसतन 6 से 7 फोन काॅल मिल रहे हैं। संक्रमितों के श्वांस लेने में तकलीफ, दवा की मांग आदि के बारे मंे ही ज्यादातर काॅल होते हैं। कर्मचारियों ने बताया कि मरीजों की समस्या के हिसाब से तत्काल रैपिड रिस्पांस टीम को अवगत कराया जाता है और वे मरीज की समस्या का समाधान करते हैं। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के बारे मंे जानकारी लेने, प्रतिदिन आक्सीजन लेबल, दवाई, बुखार, पल्स आक्सीमीटर आदि के बारे में भी जानकारी रखने के निर्देश कर्मचारियों को दिए। उन्होंने होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल में निर्धारित समय में ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जाने पर तीन आश्रम अधीक्षकों की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सभी आश्रम अधीक्षकों और अधीक्षिकाओं को नियत समय पर उपस्थित रहकर विकासखंड में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों की सतत् निगरानी करने, दवाई, आक्सीमीटर, थर्मामीटर की उपलब्धता और डाक्टरों द्वारा नियमित फालोअप करने आदि की जानकारी लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास रामपुर के अधीक्षक श्री आनंद कुमार सोनी, आदिवासी बालक छात्रावास बेहरचुवां के अधीक्षक ईश्वर सूर्यवंशी और आदिवासी बालक छात्रावास बीरतराई के अधीक्षक श्री विवेक शर्मा के कार्य में लापरवाही बरतने पर एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश सहायक आयुक्त श्री वाहने को दिए।

चिकनीपाली कंटेनमेंट जोन पहुंची कलेक्टर, खान-पान की जरूरी चीजों और दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति रखने दिए निर्देश

करतला प्रवास के दोैरान कलेक्टर श्रीमती कौशल आज शाम कंटेनमेंट जोन घोषित चिकनीपाली गांव पहुंची। उन्होंने चिकनीपाली के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में डाक्टरों तथा स्वास्थ्य कर्मियों से गांव में कोरोना संक्रमितों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। चिकनीपाली गांव के दो पारों में कुल 176 कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। कलेक्टर ने आज चिकनीपाली पहुंचकर सरपंच, सचिव एवं अन्य लोगों से संक्रमितों के घर तक जरूरी खाद्य सामग्रियां, सब्जी, दवाई आदि पहुंचाने की व्यवस्था के बारे में पूछा। सरपंच ने बताया कि संक्रमित लोगों की मांग पर फोन पर आर्डर लेकर जरूरी चीजों की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन टेªक्टर पर पानी टंकी रखकर संक्रमितों के लिए घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है।

कोरोना संक्रमितों से दूसरे सामान्य लोगांे को अलग रखने के लिए भी प्रयास किये जा रहे हैं। बेवजह आवाजाही पूरी तरह से बंद की गई है। गांव की सचिव ने कलेक्टर को बताया कि मितानीन और शिक्षकों के एक्टिव सर्वायलेंस दल में घर-घर भ्रमण कर पूरे गांव का सर्वे किया है। गांव में सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षणांे वाले लोगों की पहचान कर ली गई है और उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने गांव के सभी 125 परिवारों को सदस्यों की संख्या के हिसाब से कोरोना से बचाव के लिए प्रोफाईल एक्सिस दवा किट देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने डाक्टरों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को सभी संक्रमितों के तबियत पर नजर रखने को कहा। श्रीमती कौशल ने नियमित रूप से गांव में सेनेटाइजेशन कराने के भी निर्देश दिए।

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