16 लाख का बिल चुकाकर भी कोरोना से अपनों को नहीं बचा सकी….

■ सास, ससुर औऱ पति की कोरोना से हुई मौत

इंदौर 20 अप्रेल। इस कोरोना काल में सरकारी मशीनरी जहां मरीजों की अत्‍यधिक संख्‍या होने का हवाला देकर अपने हाथ खड़े कर रही है वहीं प्राइवेट अस्‍पताल मरीजों के इलाज और यहां तक मृतकों की लाश देने के लिए परिवार से मोटी रकम वसूल रहे हैं। दिल दहला देने वाली ऐसी ही घटना मध्‍यप्रदेश के इंदौर शहर में सामने आई है। जिसको सुनकर आपका हृदय भी भर आएगा।

दरअसल, इंदौर निवासी एक पादरी के परिवार में पांच लोग थे जिसमें से 3 की कोरोना के चलते मौत हो गई। पिछले रविवार को दस दिन से भी कम समय में इस परिवार के पांच में से तीन सदस्‍यों को कोरोना ने निगल लिया। मां-बाप, बेटा बहू और एक पोते का ये हंसता खेलता परिवार था। पिछले दिनों पादरी परिवार के 4 सदस्‍यों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसमें से तीन की मौत हो गई।पादरी परिवार के मुखिया 86 वर्षीय पादरी ए जे सैमुअल, 83 वर्षीय उनकी पत्नी कुंजम्मा सैमुअल और बेटा जॉनसन सैमुअल की कोरोना से मौत हो गई। इस समय जॉनसन की पत्नी शोबी जॉनसन आइसोलेटेड और उनका बेटा फिलोमन जॉनसन कोरोना संक्रमित है और उसका इजाज हो रहा है। शोबी 16 लाख से ज्यादा रुपये का अस्पताल का बिल चुकाकर भी अपनों को नहीं बचा सकी।मार्च के अंतिम सप्ताह के बाद 2 अप्रैल से 6 अप्रैल के बीच में परिवार के तीनों सदस्‍यों की हालत खराब होने पर एक प्राइवेट अस्‍पताल में भर्ती करवाया गया। 24 घंटे के अंदर मां-बेटे की मौत हो गई। 7 अप्रैल को पादरी ए जे सैमुअल, 16 अप्रैल को जॉनसन और 17 अप्रैल को जॉनसन की मां कुंजम्मा की मौत हो गई। शोबी 16 लाख से ज्यादा रुपये का अस्‍पताल को जब चुकाए तब जाकर सांस और पति की लाश मिली। रोती बिलखती शोबी ने किसी तरह तीनों का अंतिम संस्‍कार करवाया।

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