जिले में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं, जरूरत से दोगुनी ऑक्सीजन उपलब्ध

बढ़ते संक्रमण पर प्रशासन की पैनी नजर, संक्रमितों के ईलाज के लिए तेजी से की जा रहीं व्यवस्थाएं

कोरबा 17 अप्रैल 2021. कोरबा जिले में प्रतिदिन बढ़ते कोरोना संक्रमण पर जिला प्रशासन की पैनी नजर है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए एक ओर 22 अप्रैल तक की गई जिले की पूर्ण तालाबंदी को अब 27 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना मरीजों के अच्छे से अच्छे ईलाज के लिए भी प्रशासन ने गतिविधियां तेज कर दीं हैं। स्वयं कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इसकी कमान संभाल ली है। प्रतिदिन समीक्षा और तेजी से हो रहे वैक्सीनेशन के साथ-साथ टेस्टिंग और ट्रेसिंग को भी कोरोना को रोकने का हथियार बनाया जा रहा है। मरीजों के ईलाज के लिए अस्पतालों की व्यवस्था के साथ होम आईसोलेशन में मरीजों का ईलाज सभी कलेक्टर की निगरानी में ही हो रहा है। कोरबा जिले में संक्रमित मरीजों के ईलाज की बेहतर व्यवस्थाओं के कारण ही दूसरे जिलों के मरीज भी कोरबा के कोविड अस्पतालों में भर्ती होकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

जरूरत से दोगुनी ऑक्सीजन उपलब्ध

कोरबा जिले में वर्तमान में कोविड मरीजों के ईलाज के लिए जरूरत से दोगुनी मेडिकल ऑक्सीजनउपलब्ध है। कोरबा जिले के कोविड अस्पतालों में मरीजों के ईलाज में प्रतिदिन लगभग 2.7 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की खपत हो रही है। जिले की तीन मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादक इकाईयों में ऑक्सीजन का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन हो रहा है। प्रतिदिन जिले में साढ़े चार मीट्रिक टन से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध है। जिले में कोरोना संक्रमितों के ईलाज में लगे दस अस्पतालों में वर्तमान में 400 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बिस्तर उपलब्ध हैं। जिले में 31 वेंटिलेटर भी मरीजों के ईलाज के लिए काम कर रहे हैं। इसके साथ ही 56 आईसीयू और 31 एचडीयू बिस्तरों पर मरीजों के ईलाज की सुविधा है। कोविड का ईलाज करने वाले दस अस्पतालों में एक हजार 200 से अधिक जनरल बेड भी उपलब्ध हैं जिन पर सामान्य लक्षणों वाले मरीजों को भर्ती कर कोविड का ईलाज किया जा रहा है। आज की स्थिति में जिले के कोविड अस्पतालों में लगभग 160 ऑक्सीजन युक्त बेड और 979 सामान्य बेड खाली हैं। इसी तरह जिले में 12 वेंटिलेटर भी वर्तमान में मरीजों के ईलाज के लिए उपलब्ध हैं।

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