कोरबा 15 अप्रैल। लोगों की गतिविधियों के सभी तरह क्रियाशील होने के कारण हालात अलग होते हैं। कोरोना की नई लहर का खौफ और प्रसार में कमी लाने के लिए लगाए गए लाकडाऊन के चलते लोगों की हलचल पर ठहराव आ गया है। जाहिर तौर पर इससे अपराधिक घटनाओं का ग्राफ कम हुआ है। पुलिस इससे काफी राहत महसूस कर रही है।

पुलिस का आंकलन है कि सामान्य दिनों में जितनी झंझट उसके सामने होती है, उसमें अपेक्षित गिरावट आयी है। प्रशासन ने 22 अप्रैल तक के लिए लाकडाऊन लगाया है। अब तक की स्थिति के आधार पर कहा जा सकता है कि कई तरह के बदलाव इसमें नजर आ रहे हैं। विभिन्न क्षेत्रों में शराब पीकर हुल्लड़ करने, आपस में उलझने, घरेलु कलह, मारपीट से लेकर छेड़छाड़ जैसी घटनाएं आमतौर पर सामान्य दिनों में हुआ करती हैं। इस स्थिति में अराजक तत्वों के लिए समस्याएं बाद में होती हैं, जबकि पहले पीड़ित पक्ष शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान होता है। लाकडाऊन ने ऐसी स्थिती पर लगाम लगा रखा है। चंूकि लोगों को उनके इलाके में ही सीमित कर दिया गया है। इसलिए किसी भी तरह की गतिविधियां हो ही नहीं पा रही है। वैसे भी पुलिस कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रित करने में लगी हुई है। इसलिए अपराधिक घटनाओं में कमी आने से इसके सामने राहत है।

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