कोरोना: छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों को कविता से घेरने की कोशिश…
■ कांग्रेसी कह रहे हैं विपक्षियों की शरारत
रायपुर 15 अप्रैल: छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना महामारी के बीच किसी ने एक कविता के माध्यम से प्रदेश के मुखिया से लेकर तमाम मंत्रियों पर व्यंग्य कसा हैं.यह कविता वाट्सएप ग्रुफ में काफी वायरल हो रही हैं.
कॉग्रेसी इसे विपक्षियों की शरारत बता रहे हैं तो कई लोगो को कविता में सच्चाई नजर आ रही हैं. पेश हैं अज्ञात कवि की व्यंग्य कविता.
छत्तीसगढ़ का अब निकल गया तेल
कहां हो आदरणीय श्री भूपेश बघेल
आ गई है कोरोना की जबरदस्त वेव
कुछ तो करो हमारे टीएस सिहदेव
कोरोना ने उजाड़ दी छत्तीसगढ़ की दुनिया
कहां हो सबके जाने पहचाने पीएल पुनिया
कोरोना को देकर तुम जबरदस्त चकमा
कहां छुप गए वनवासी कवासी लखमा
कोरोना से लगने लगा है छत्तीसगढ़ को डर
सुध लेने आओ माननीय मोहम्मद अकबर
छत्तीसगढ़ का बिगाड़ के सारा तामझाम
गायब हो गए हों कहाँ प्रेमसाय सिंह टेकाम
ढह गई क्रिकेट से कोरोना प्रोटेक्शन वाल
फ्लॉप हो गए पूरे अब जय सिंह अग्रवाल
आ गई प्रदेश मे वूहान वायरस की लहरिया
कहां छिपे बैठे हो अंकल श्री शिव डहरिया
प्रदेश में हो गई है कोरोना की बरसात शुरू
बादलों के बीच छुप गए हैं मंत्री श्री रूद्र गुरु
भगवान करे कोरोना की फूटे सारी लड़ियां
ओझल हो गई बालोद से अनिला भेड़िया
कोरोना छत्तीसगढ़ आ गया घूम पूरा जगत
कहां हो भैया हमारे अमरजीत सिंह भगत
कोरोना ने बेरोजगारी की तरफ दीया ढकेल
युवाओं को भत्ता कब दोगे भैया उमेश पटेल
हाहाकार किसान फसल बेमौसम बारिश डूबे
कहां हो आदरणीय मंत्री रविंद्र चौबे
किसान कहे, बना दो सारे बिगड़े हमारे काम
एक बार तो सामने आओ मोहन मरकाम.