कलेक्टर ने जिले में कोविड संक्रमण और उसकी रोकथाम की व्यवस्थाओं की समीक्षा की

  • जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग पर जोर
  • कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए सभी लोगों की प्राथमिकता से जांच करने के निर्देश

कोरबा 14 अप्रैल 2021. कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल प्रतिदिन जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति और उसकी रोकथाम के लिए की जा रही कार्रवाईयों की समीक्षा कर रहीं हैं। कलेक्टर की अध्यक्षता में इसके लिए प्रतिदिन जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित हो रही है। टास्क फोर्स की बैठक में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुविभागों के एसडीएम भी मैदानी अमले के साथ शामिल होते हैं। आज हुई टास्क फोर्स की बैठक में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की जल्द से जल्द पहचान करने और उनकी कोरोना जांच कराने पर फोकस रहा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने प्रतिदिन मिल रहे कोरोना पाॅजिटिव लोगों से संपर्क में आए व्यक्तियों की ट्रेसिंग में तेजी लाने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने कोरोना संक्रमितों के सीधे संपर्क में आने वाले लोगों की कोरोना जांच भी जल्द से जल्द कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार और एडीएम श्री जयवर्धन सहित सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे, नोडल अधिकारी श्री आशीष देवांगन भी मौजूद रहे।

क्वारेंटाइन सेंटरों और ग्रामीण इलाकों में होम आईसोलेटेड मरीजों को दिए जाएं ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर

बैठक में कलेक्टर ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में क्वारेंटाइन सेंटरों की स्थापना की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बन रहे क्वारेटाइन सेंटरों में संदिग्ध कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए पांच-पांच पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल स्कैनर उपलब्ध कराने के निर्देश सीएमएचओ डाॅ0 बोडे को दिए। श्रीमती कौशल ने गांवों में होम क्वारेंटाइन में रहने वाले कोरोना मरीजों को भी पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर देने तथा उनका उपयोग करने के तरीके बताने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में दिए जाने वाले पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर को मरीज के स्वस्थ होने के बाद सेनेटाइज कर वापस लिया जाए और उसे अन्य मरीजों को उपयोग के लिए आबंटित किया जाए। श्रीमती कौशल ने ग्रामीण क्षेत्रों में लाॅकडाउन के सख्ती से पालन कराने सुनिश्चित करने के निर्देश कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के कारण घोषित किए गए कंटेनमेंट जोनों में कोविड प्रोटोकाॅल और नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए कहा। उन्होंने ऐसे सभी कंटेनमेंट जोनों के साथ बफर जोन भी निश्चित करने के निर्देश दिए साथ ही लोगों की बेवजह आवाजाही रोकने और कंटेनमेंट नियमों का पालन कराने के लिए 24 घंटे पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

होम आईसोलेशन के मरीजों से सतत संपर्क में रहें डाॅक्टर, लापरवाही पर होगी कार्रवाई

श्रीमती कौशल ने होम आईसोलेशन के कोरोना मरीजों को ईलाज के लिए आबंटित डाॅक्टरों को मरीजों की देखभाल करने, सतत संपर्क में रहने और विपरित परिस्थितियों में उन्हें कोविड अस्पताल भेजने के लिए सूचित करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि होम आईसोलेशन मे रहने वाले मरीजों का ईलाज समय पर नहीं होने, उन्हें किसी तरह की सलाह या चिकित्सकीय परामर्श दवाई आदि के बारे में कोई जानकारी आबंटित डाॅक्टरों द्वारा नहीं दिए जाने की सूचनाएं मिल रहीं हैं। श्रीमती कौशल ने इन सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए सभी होम आईसोलेशन मरीजों के ईलाज के लिए आबंटित डाॅक्टरों को मरीजों से संपर्क कर उन्हें आवश्यक उपचार आदि के बारे में बताने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यह भी चेताया कि होम आईसोलेशन के मरीजों के ईलाज में लापरवाही बरतने वाले डाॅक्टरों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने होम आईसोलेशन में रह रहे सभी कोरोना संक्रमितों को समय पर मेडिकल किट उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए।

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