छत्तीसगढ़: नक्सलियों ने 20 साल में 10 हजार से ज्यादा वारदात को दिया अंजाम

रायपुर 5 अप्रेल। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का खौफ कायम रहा है। बीच में पुलिस सख्ती के बाद कमी जरूर आई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2001-2018 के बीच छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने 9 हजार 96 अपराधों को अंजाम दिया था। इस दौरान नक्सलियों ने छह अप्रैल 2010 को दंतेवाड़ा में सबसे बड़ी वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें 76 जवान शहीद हुए थे। उसके बाद 25 मई 2013 को दरभा के जीरम घाटी में बड़ी घटना को अंजाम दिया था। इसमें कांग्रेस के आला नेताओं समेत 29 लोगों की मौत हुई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 2019 की तुलना में 2020 में नक्सली घटनाएं बढ़ी थीं। केंद्र सरकार ने लोकसभा में कहा थआ कि 2018 से 2020 के बीच छत्तीसगढ़ में 970 नक्सली घटनाएं हुई हैं, इनमें सुरक्षाबलों के 113 जवान शहीद हुए हैं।

नक्सली हमले से फिर एक बार छतसिगड सहित पूरा देश दहल गया जब 3 अप्रेल 2021 शनिवार को बीजापुर नक्सली हमले में शहीद जवानों की संख्या 5 से बढ़कर 23हो गई तो वहीं 31 जवान घायल हुए. दूसरी तरफ़ खूंखार नक्सली हिडमा के टीम के करीब 25-30 नक्सली भी जवाबी कार्यवाही में ढेर हो गए.सूत्रों के अनुसार हिडमा ने अपने मृतक साथियों को करीब चार ट्रेक्टर में भर जंगल मे गायब हो गया. हमले के दौरान नक्सलियों ने गोलाबारी और रॉकेट लॉंचर का भी प्रयोग किया ऐसी सूचना हैं. गोलाबारी करीब तीन से चार धंटे तक चली. जिसमें 23 जवान शहीद हो गए.जबकि एक जवान लापता हैं जिसका अपहरण कर नक्सली अपने साथ ले हैं ऐसी खबर मिल रही हैं.

इस अभियान को शुरू करने के पीछे एक खुफिया सूचना थी.सुरक्षाबलों को यह खबर मिली थी कि खूंखार नक्सली नेता हिडमा अपनी टीम के साथ जंगलों में छिपा हैं. हालांकि खबरों के मुताबिक जहां यह अभियान चलाया गया वहां पहले से ही नक्सलियों का समूह हमले के लिए इंतजार कर रहा था. और जब सुरक्षाबल के जवान वहां पहुंचे तो नक्सलियों ने तीन तरफ से उन पर जमकर गोलीबारी करते रहे. गौरतलब हैं कि लाल हमला 2021 का सबसे बड़ा हमला है जिसमें 23 जवान शहीद हो गये.

कौन हैं हिडमा जिस पर 40 लाख का इनाम
हिडमा की उम्र 40 साल के आसपास है औऱ वह छत्तीसगढ़ सुकमा जिले के पूवर्ती गांव का आदिवासी हैं. पढ़ालिखा कम है किन्तु अंग्रेजी फर्राटेदार बोलता हैं. वह 90 के दशक में नक्सली बना। वह पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की बटालियन नंबर 1 का मुखिया है। हिडमा को उसके भयंकर और घातक हमलों के लिए जाना जाता है। हिडमा करीब 180 से 250 नक्सलियों का समूह का सरगना है, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं।

हिडमा की हाल के दिनों वाली कोई तस्वीर तक उलब्ध नहीं है। हिडमा कितना कुख्यात है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके सिर पर 40 लाख रुपये का इनाम है।
एनआईए ने भी हिडमा के खिलाफ भी मांडवी मर्डर केस में चार्ज शीट फाइल की है। भीमा मांडवी बीजेपी विधायक थे। अप्रैल 2019 में दंतेवाड़ा में उनपर हमला हुआ था, जिसमें वह, उनका ड्राइवर और तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।खबरों के मुताबिक, शनिवार को भी पीएलजीए बटालियन अपने कमांडर हिडमा के नेतृत्व में ही काम कर रही थी।बीते साल भी नक्सलियों ने सुकमा के मिनापा में ऐसा ही हमला किया था जिसमें 17 जवान शहीद हुए थे।

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