महाराष्ट्र में सियासी बवाल: कांग्रेस की बैठक में हो सकते हैं महत्वपूर्ण निर्णय
मुम्बई 2 अप्रेल :महाराष्ट्र में कांग्रेस महाविकास अघाड़ी सरकार का हिस्सा हैं,लेकिन अब यह चर्चा होने लगी हैं कि महाराष्ट्र में मचे सियासी बवाल के बीच कांग्रेस अपने आगे की तैयारियों में जुट गई है।
पार्टी सूत्रों के दावे पर भरोसा किया जाए तो कांग्रेस आगामी चुनाव में अकेले उतरने का बड़ा फैसला कर सकती है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले दो दिवसीय बैठक का आयोजन 2 औऱ 3 अप्रेल को मुम्बई में किया हैं इस बैठक में कांग्रेस ने अपने नेताओं और पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने की अपील की हैं.सूत्रों के अनुसार बैठक में आगामी चुनाव के अलावा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श किया जायेगा.
महाराष्ट्र कांग्रेस के मुखिया बनने के बाद नाना पटोले की अपने नेताओं के साथ यह पहली बड़ी बैठक है। इस बैठक में जिला अध्यक्षों के साथ-साथ विधायक और सभी कांग्रेस कोटा के मंत्री शामिल होंगे।
कांग्रेस की इस बैठक में महाराष्ट्र के वर्तमान सियासी हालात पर चर्चा तो होगी ही इसके अलावा पार्टी आगे किस रास्ते को चुनेगी, इस पर भी गौर किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों ने यह दावा किया है कि मौजूदा सियासत को देखते हुए कांग्रेस आने वाले चुनाव में अकेले उतरने का भी निर्णय ले सकती है। हालांकि अगर ऐसा निर्णय भी किया जाता है तो इससे वर्तमान में गठबंधन की सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। फिलहाल महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर कांग्रेस संभल कर चल रही है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। ऐसे में कांग्रेस फिलहाल वेट एंड वॉच की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। दूसरी ओर यूपीए की दावेदारी को लेकर शिवसेना और एनसीपी के बीच जुबानी जंग भी चल रही है। पार्टी की ओर से तो परमवीर और अनिल देशमुख विवाद पर कोई टिप्पणी ही नहीं की जा रही है .लेकिन प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस मामले को लेकर दिल्ली आलाकमान से लगातार संपर्क में है।
बैठक इसलिये अहम मानी जा रही क्योंकि अगले साल महाराष्ट्र के 10 नगर निगम और 26 जिला पंचायतों में चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव को लेकर निर्णय लिए जा सकते है। कांग्रेस महाराष्ट्र में अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए चुनाव पर पूरा फोकस करना चाहती है और इसलिए वह पूरी दमखम के साथ चुनाव में उतरने की योजना बना रही है। कांग्रेस सूत्रों से पता चला हैं कि नाना पटोले इस बैठक में नेताओं के साथ इस संभावना को भी टटोलेंगे कि पार्टी क्या अपने बलबूते अकेले चुनाव लड़ सकती है या नहीं। दुसरी तरफ कांग्रेस में इस बात से भी नाराजगी है कि भले ही वह सरकार का हिस्सा है परंतु उसके काम नहीं हो रहे हैं। यूपीए अध्यक्ष को लगातार पार्टी की ओर से इस बात की जानकारी दी जा रही है। हालांकि अब तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं लिए गए है।